मोरनी : करोड़ों की जल परियोजना ने दो सालों में ही तोड़ा दम

punjabkesari.in Tuesday, Jan 09, 2018 - 04:03 PM (IST)

मोरनी,  (अनिल) : मोरनी में जल सप्लाई करने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न परियोजनाओं जैसे पानी को फिल्टर करने वाले टैंक, पानी की लाइनें बिछाने, पानी को स्टोर करने के भूमिगत टैंकों के निर्माण पर करोड़ों रुपए खर्च किए लेकिन पानी को फिल्टर और स्टोरेज टैंक अब दो वर्ष में ही लीक होने शुरू हो गए हैं। जनवस्वास्थ्य विभाग की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में इन्हीं से पानी की सप्लाई होती है।  इसमें विभाग की लापरवाही साफ नजर आ रही है। इस काम को पूर्व ठेकेदार के माध्यम से पूरा कार्य करवाया गया था। अब डेढ़ करोड़ की योजना में तैयार कि ए गए फिल्टर टैंक व पानी के टैंकों का बड़े स्तर पर लीक होना सवाल उठाता है कि क्या इस परियोजना की समय-2 पर अधिकारियों ने इंस्पैक्शन आदि नहीं की। 

मोरनी के खरक गांव में वर्ष 2015-16 में जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा पीने के पानी की समस्या का समाधान करने के लिए परियोजना का बजट करोड़ों में था जिसका उददेश्य खरक गांव से पानी लिफ्ट करके बैहलों गांव में बने महिला पॉलीटैक्निक व किले के पास बने जनस्वास्थ्य विभाग के टैंकों तक पानी पहुंचाना था। ठेकेदारों द्वारा योजना को पूरा करने के बाद हालात ये हैं कि पानी को फिल्टर करने वालों टैंकों में भारी लीकेज होने के कारण इस्तेमाल तक नहीं किया जा रहा है। विभाग के अधिकारियों की कमी के कारण पानी लिफ्ट करने के लिए बिछाई गई पाइपलाइनों से रोजाना हजारों लीटर पानी लीक हो रहा है जो इस योजना में बर्ती गई बड़े स्तर अनियमित्ताओं की पोल खोलने के लिए काफी है।  

यह परियोजना उनके आने से दो साल पहले बनी थी और हमने पेयजल भंडारण टैकों का दौरा कर लिया है। टैंकों से पानी लीकेज हो रहा है। उसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है ।
बलविन्द्र नैन, उपमंडल अभियंता ।


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