चप्पड़चिड़ी :  जापानी लिफ्टें आने के डेढ़ साल बाद भी चालू नहीं करवा सका ग्माडा

punjabkesari.in Monday, Jan 22, 2018 - 04:08 PM (IST)

मोहाली, (कुलदीप) : पंजाब सरकार द्वारा जिला मोहाली के गांव चप्पड़चिड़ी में सिख कौम के महान जरनैल बाबा बंदा सिंह बहादुर जी की याद में लाखों रुपए खर्च करके जल्दबाजी में बनाया गया आठवां अजूबा आज भी अधूरा है। आठवां अजूबा के नाम से आकर्षित होकर भले ही भारी संख्या में लोग इसे देखने के लिए आते हैं लेकिन यहां आकर उन्हें उस समय मायूसी का सामना करना पड़ता है जब उन्हें पता चलता है कि वे ऊपरली मंजिलों पर नहीं जा सकते। मतलब साफ है कि अभी तक भी यहां पर लिफ्टें नहीं लग सकी हैं। लिफ्टें पिछले करीब डेढ़ वर्ष से मीनार वाली जगह एक बंद कमरे में रखी हुई हैं। लोगों की मांग है कि यहां पर जल्द से जल्द लिफ्टें लगाई जाए।


जापानी लिफ्टों के मुकाबले छोटे हैं दरवाजे
प्राप्त जानकारी मुताबिक सरकार द्वारा जल्दबाजी में तैयार किए गए इस करीब 328 फुट ऊंचे फतेह मीनार में लिफ्टें लगाने के लिए जो दरवाजे छोड़े गए हैं वे लिफ्टों के सामने छोटे पड़ गए हैं। ग्माडा ने मीनार तैयार होने के बाद जापानी लिफ्टें मंगवाईं लेकिन अब इन्हें लगाने का काम अधिकारियों के लिए भारी सिरदर्दी बना हुआ है। जो भी हो, सिविल डिवीजन द्वारा दरवाजे ठीक करने के बाद ही लिफ्टें लगाना मुमकिन हो सकता है। फिलहाल आलत ये है कि यहां लिफ्टों के दरवाजों के आगे लकड़ी के फट्टे रख कर बंद किया हुआ है।


बारिश वाले पानी का टपकना भी सिरदर्दी :
यह भी पता चला है कि बारिश का पानी भी मीनार के अंदर कहीं न कहीं से टपकता रहता है जिसे सिविल डिवीजन ठीक करने में फिलहाल असमर्थ रह रहा है।
 पानी टपकने की वजह से इलेक्ट्रीकल डिवीजन को डर है कि ऐसे हालात में लिफ्टें खराब हो सकती हैं। भले ही बीते दिनों सभ्याचारक मामले तथा सैर सपाटा मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने इस फतेह मीनार वाली जगह शिरकत की और इसे सैलानियों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनाने की बात कही। लेकिन यहां पर आने वाले लोगों का कहना है कि जब तक मीनार को लिफ्टें नहीं लग जाती तब तक इसे आकर्षण का केन्द्र नहीं बनाया जा सकता क्योंकि हर कोई ऊपरली मंजिलों तक जाने की इच्छा रखता हैै।


ग्माडा अधिकारियों ने चुप्पी साधी :
मीनार में लिफ्टें लगाने के बारे में ग्माडा अधिकारीयों ने चुप्पी साध रखी है, कोई भी अधिकारी स्पष्ट जवाब देने से असमर्थ है। लेकिन इतना पता चला है कि आने वाले करीब एक वर्ष में भी यहां पर लिफ्टें लगने की कोई संभावना है।


हमने लिफ्टें लगाने की मंजूरी लेने के लिए विभाग के उच्च अधिकारियों को केस भेजा हुआ है। मंजूरी मिलने के बाद टैंडर लगाए जाएंगे और फिर लिफ्टें लगा दी जाएंगीं।
- बलदेव सिंह, एस.ई. ग्माडा।


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