KIA की भारत में दस्तक से हुंडई डीलरशिप में हलचल

Thursday, Jan 11, 2018 - 02:22 PM (IST)

नई दिल्लीः दक्षिण कोरिया की कार कंपनी किया मोटर्स अभी भारत में उतरी भी नहीं है लेकिन उसकी अपनी सहयोगी कंपनी हुंडई के साथ प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई है। किया मोटर्स ने दुनिया के पांचवें सबसे बड़े कार बाजार भारत में 1.1 अरब डॉलर निवेश करने की पिछले साल घोषणा की थी। कंपनी 2019 में भारत में अपना कारोबार शुरू करेगी। किया मोटर्स ने भारत में सेल्स सर्विस नेटवर्क स्थापित करने के लिए डीलरों को लुभाने के वास्ते कई रोड शो किए हैं। लेकिन कंपनी को जिन लोगों से आवेदन मिले, उनमें से 60 हुंडई के डीलर थे। देश की दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी हुंडई अपने डीलरों को कतई छोडऩा नहीं चाहती है।

माना जा रहा है कि कंपनी ने अपने डीलरों से सख्त हिदायत देकर आवेदन वापस लेने को कहा। इसके बाद हुंडई के सभी डीलरों ने किया मोटर्स से आवेदन वापस ले लिए। देश में हुंडई के करीब 500 डीलर हैं जिनमें बिक्री, कलपुर्जे और सर्विस की सुविधा है। यह देखना दिलचस्प है कि एक ही मूल कंपनी के दो ब्रांड कैसे काम करते हैं। दोनों के कामकाज में कई समानताएं हैं लेकिन बाजार में उनके बीच होड़ है। हुंडई के प्रवक्ता ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

पिछले साल की थी भारत में आने की घोषणा
किया ने पिछले साल अगस्त से लेकर सितंबर के बीच दिल्ली, मुंबई, बेंगलूरु और कोलकाता में रोड शो किए। कंपनी ने पिछले साल अप्रैल में भारत में उतरने की घोषणा की थी। कोरियाई कंपनी की आंध्र प्रदेश में कार संयंत्र स्थापित करने के लिए 70 अरब रुपये निवेश करने की योजना है। इस संयंत्र में हर साल 3 लाख कारें बनाई जाएंगी। 563 एकड़ में फैले इस संयंत्र से 2019 की दूसरी छमाही में उत्पादन शुरू होगा और खासतौर से भारतीय बाजार के लिए सिडैन और कॉम्पैक्ट एसयूवी बनाई जाएंगी।

किया मोटर्स के रोड़ शो में डीलरों ने दिखाई दिलचस्पी 
किया मोटर्स के रोड़ शो में डीलरों ने काफी दिलचस्पी दिखाई थी। माना जा रहा है कि कंपनी ने डीलरों के लिए अच्छे मुनाफे की पेशकश की थी जिसे सैकड़ों निवेशकों ने हाथोंहाथ लिया था। यह साफ नहीं है कि 2019 में भारतीय बाजार में उतरने से पहले किया की कितने डीलर बनाने का लक्ष्य है लेकिन बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि यह संख्या 150 से 200 तक हो सकती है। लेकिन 60 फीसदी निवेशकों के आवेदन वापस लेने के फैसले से कंपनी की मुहिम को थोड़ा झटका लगा है। किया मोटर्स की जन संपर्क एजेंसी ने इस संबंध में भेजे गए सवालों का जवाब नहीं दिया। 

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