द्रौपदी से सदा खुश रहते थे पांडव, जानें रहस्य और कर लें अपने पति को वश में

Friday, Dec 15, 2017 - 09:41 AM (IST)

जब पांडव काम्यक वन में वनवास काल काट रहे थे, उस समय भगवान श्रीकृष्ण अपनी पटरानी सत्यभामा को साथ लेकर उनसे भेंट करने गए। पांडव और श्रीकृष्ण आने वाले समय की योजनाओं को लेकर व्यस्त थे। सत्यभामा और द्रौपदी एकसाथ बैठकर वार्तालाप करने लगी। सत्यभामा ने द्रौपदी से पूछा तुम्हारे पांचों पति शक्तिशाली और प्रभावशाली हैं। फिर भी तुम्हारे वश में कैसे रहते हैं। द्रौपदी ने सत्यभामा को बताई कुछ खास बातें जिससे अगर महिलाएं अपना लें तो उनके पति हमेशा उनसे खुश रहेंगे। घर-गृहस्थी को चलाने के लिए किसी भी महिला की भूमिका अहम होती है। शुद्ध आचरण वाली महिला अपने सदगुणों की महक से घर-परिवार की बगिया को महकाती है। परिवार में सुख, शांति का माहौल बना रहे इसके लिए द्रौपदी से सीख लें। कुछ काम ऐसे होते हैं जो सुहागन महिलाओं को नहीं करने चाहिए-


बहुत सारी महिलाएं तंत्र-मंत्र, औषधि आदि के द्वारा पति को वश में करने का प्रयत्न करती हैं ऐसा न करें। पति को ये बात पता चल जाए तो वैवाहिक संबंध तो खराब होते ही हैं साथ ही बुरे काम का बुरा फल ही प्राप्त होता है।


सदा वही बात करें जिससे किसी को खुशी मिले। जिससे किसी का अपमान हो या उसे दुख मिले ऐसी बात नहीं करनी चहिए।


द्रौपदी सत्यभामा को बताती हैं कि मैंने शादी के बाद सबसे पहले अपने पांडव परिवार के सभी रिश्तों की जानकारी प्राप्त करी। ससुराल के सभी रिश्तों की पूरी जानकारी होनी चाहिए। एक भी रिश्ता चूकना नहीं चाहिए।


सुखी दांपत्य जीवन को बनाए रखने के लिए महिलाओं को बुरे आचरण वाली और चरित्रहीन महिलाओं का संग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से उनकी गृहस्थी में समस्याएं आती हैं।  


किसी भी काम में आलस्य नहीं करना चाहिए। बिना समय गंवाए जो भी काम हो उसे पूरा कर लेना चाहिए। अपने काम में दक्ष पत्नी सदा पति की प्रिय बन कर रहती है। 


महिलाओं का दरवाजे पर खड़े रहना या खिड़की से झांकते रहना अच्छा नहीं होता समाज में उनको हेय दृष्टि से देखा जाता है।


अनजाने लोगों से बातचीत करना अच्छा नहीं होता।


ससुराल के किसी भी सदस्य की निंदा न करें। 

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