विश्व शांति में भारत दे सकता है महत्वपूर्ण योगदान : दलाई लामा

Thursday, Dec 28, 2017 - 07:49 PM (IST)

नई दिल्ली: निर्वासित तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने गुरुवार कहा कि लोकतांत्रिक देश भारत विश्व शांति की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। दलाई लामा ने कहा कि क्रोध एवं करुणा सब भावना का हिस्सा हैं जिन्हें प्राचीन भारतीय ज्ञान से नियंत्रित किया जा सकता है।

सौहार्दपूर्ण सह-अस्तित्व के सिद्धांत : धर्म और भारतीय दर्शन विषय पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए 82 वर्षीय आध्यात्मिक नेता ने कहा कि वह अपना शेष जीवन प्राचीन भारतीय ज्ञान को पुनर्जीवित करने के लिए सर्मिपत करेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि भारत शांति की दिशा में कुछ योगदान दे सकता है। केवल शांति में ही असल शांति आती है। यह देश अत्यधिक आबादी और सर्वाधिक लोकतांत्रिक होने के नाते काफी स्थिर है। भारत शांतिपूर्ण विश्व की दिशा में खास महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।’’

तिब्ब्ती नेता ने कहा, ‘‘डर जैसे विनाशात्मक भावों को कम करने के लिए हमें प्रेम जैसे सकारात्मक भावों को बढ़ावा देना चाहिए।’’ सम्मेलन में कई धार्मिक नेता शामिल हुए। दाऊदी बोहरा समुदाय के प्रमुख सैयदना ताहिर फखरुद्दीन ने दलाई लामा को सैयदना कुतुबद्दीन सौहार्द पुरस्कार दिया। सभी धर्मों के नेताओं ने दलाई लामा के विचारों के प्रति एकजुटता व्यक्त की और जोर देकर कहा कि प्रत्येक धर्म मानवों के बीच समझ और सौहार्द को बढ़ावा देता है। 
 
 

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