प्लास्टिक-रासायनिक-वाणिकी उत्पादों का निर्यात बढ़ाने पर भारत का जोर

Thursday, Jan 04, 2018 - 03:55 PM (IST)

नई दिल्लीः सरकार का मानना है कि भारतीय इकाइयों के लिए प्लास्टिक, रासायनिक तथा वानिकी उत्पादों के निर्यात के विशाल अवसर हैं। अनुमान है कि इनका वैश्विक बाजार दो हजार अरब डॉलर से भी अधिक है।  

वाणिज्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्यामल मिश्रा ने मार्च में मुंबई में आयाजित की जा रही इन उत्पादों की तीन दिवसीय प्रदर्शनी ‘कैपइंडिया 2018’ की यहां घोषणा करते हुए कहा कि इस तरह के  कार्यक्रमों से देश से इन उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। मिश्रा ने कहा, ‘‘इन क्षेत्रों के उत्पादों का निर्यात बढ़ाने की काफी संभावनाएं हैं। मुंबई की प्रदर्शनी से उद्योग जगत को नये बाजार एवं खरीदार तलाशने में मदद मिलेगी।’’  

कैपइंडिया 2018 का आयोजन 22 से 24 मार्च तक मुंबई के बंबई प्रदर्शनी केंद्र में होगा।  गुजरात इस प्रदर्शनी का भागीदार राज्य है। यह इस प्रदर्शनी का तीसरा संस्करण है। इसका आयोजन निर्यात संवर्धन करने वाली चार संस्थाएं शेफेक्सिल, प्लेक्सौंसिल, केमेक्सिल और कैपेक्सिल संयुक्त तौर पर कर रही है,हालांकि इन उत्पादों के वैश्विक बाजार में घरेलू निर्यात की मौजूदा हिस्सेदारी महज दो प्रतिशत है। लेकिन चालू वित्त वर्ष में इनके निर्यात में अब तक करीब 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज का चुकी है। पिछले साल इनका कुल निर्यात 36 अरब डॉलर रहा था। 
 

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