फेडकूटा ने आन्दोलन का फैसला किया

Tuesday, Nov 28, 2017 - 11:35 AM (IST)

नयी दिल्ली केन्द्रीय विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (फेडकूटा) ने उच्च शिक्षण संस्थाओं में धन की कटौती किए जाने और उन्हें निजीकरण के रास्ते पर धकेलने के लिए सरकार की तीखी आलोचना की है और कहा है कि अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो वे अगले वर्ष जनवरी के अंत में देश भर में बड़ा आन्दोलन करेंगे। फेडकूटा कार्यकारिणी ने कल अपनी वार्षिक बैठक में यह मांग की। 


बैठक में असम शिक्षक संघ, हरियाणा शिक्षक संघ, गुजरात शिक्षक संघ, नागालैंड शिक्षक संघ, दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ जामिया शिक्षक संघ, इग्नू शिक्षक संघ, विश्व भारती शिक्षक संघ और जवाहर लाल नेहरु शिक्षक संघ ने भी भाग लिया। बैठक को अखिल भारतीय कॉलेज एवं विश्वविद्यालय संघ के महासचिव प्रोफेसर अरुण कुमार ने भी संबोधित किया।  


फेडकूटा के अध्यक्ष राजीव रे द्वारा आज यहां जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि सरकार हर विश्वविद्यालय को अलग-अलग ग्रेड देकर स्वायत्तता देने के नाम पर सरकारी धन में कटौती कर रही है और विश्वविद्यालयों को अपना संसाधन जुटाने के लिए बाध्य कर रही है। बैठक में सभी केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में कुलपति के सभी खाली पदों को तत्काल भरने की भी मांग की गई और सातवें वेतन आयोग में शिक्षकों के साथ न इंसाफी को दूर करने की अपील की गई।

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