चंडीगढ़ का 25% पानी अंडरग्राउंड लीकेज में हो रहा बर्बाद

punjabkesari.in Monday, Nov 20, 2017 - 05:15 PM (IST)

चंडीगढ़ : अंडरग्राउंड लीकेज की वजह से शहर में होने वाली वॉटर सप्लाई का लगभग 25% पानी बर्बाद हो रहा है। यह 20 मिलियन गैलन रोज़ाना (एमजीडी) पानी का अनुवाद करता है, जो 50,000 घरों की जरूरतों को पूरा कर सकता है। इस बात का खुलासा Egis इंटरनेशनल द्वारा पेश की गई एक रिपोर्ट में हुआ है। इस फ्रेंच फर्म को यू.टी. प्रशासन ने जून 2017 में स्मार्ट सिटी परियोजना को लागू करने के उद्देश्य से नियुक्त किया था। 

प्रणाली को सुधारने के लिए 2012 में की सिफारिशों के बावजूद, इस पानी की वेस्टेज की वजह से, नागरिक निकाय को 15 करोड़ का वार्षिक नुकसान पिछले 15 सालों से उठाना पड़ रहा है। 

24X7 पानी की आपूर्ति बनी चुनौती :
रिपोर्ट की मानें तो 24X7 पानी की आपूर्ति... जो स्मार्ट शहर के घटकों में से एक है, तभी सम्भव होगा जब शहर को लगभग काजौली जलविमानों के चरणों 5 और 6 के तहत 40 एमजीडी की अतिरिक्त जल आपूर्ति मिलती है। नागरिक निकाय का दावा है कि अगले साल अप्रैल में चालू होगा। इस दौरान, फ्रेंच फर्म मनीमाजरा में पायलट परियोजना के रूप में 24X7 पानी की आपूर्ति शुरू कर देगी। जो कि सेक्टर 16, 17, 1 9, 22, 35 और 43 के लिए क्षेत्र आधारित विकास (ABD) योजना के बाद अंत में पूरे शहर  होगा। 

शहर में 29 एमजीडी पानी का शॉर्ट :
वर्तमान में, शहर में 29 एमजीडी की कमी है, जो 45 लाख लीटर या 2.25 लाख बाल्टी पानी के बराबर है। 116 एमजीडी की मांग के विपरीत, इसे 87 एमजीडी प्राप्त हो रहा है इनमें से 67 एमजीडी पानी कजोली वाटरवर्क्स के पहले चार चरणों से प्राप्त हुआ है और बाकि ट्यूव्यूवेल से मिल रहा है। 


 


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