हिंद-प्रशांत: भारत सहित 4 देशों की बैठक से चीन की बढ़ी बेचैनी, कहा- हमें क्यों रखा दूर

Monday, Nov 13, 2017 - 10:36 PM (IST)

पेइचिंगः भारत, अमरीका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहली चतुर्पक्षीय बैठक से चीन टेंशन में आ गया है। बैठक के बाद बीजिंग ने सीधी प्रतिक्रिया तो नहीं दी है लेकिन इस समूह से उसे दूर रखे जाने पर सवाल जरूर खड़े किए हैं। 

साथ ही चीन ने उम्मीद जताई है कि हिंद-प्रशांत की नई संकल्पना उसके खिलाफ नहीं है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने सोमवार को यह बात कही। बता दें कि यह बैठक रविवार को फिलीपींस के मनीला में हुई थी।

हिंद-प्रशांत संकल्पना और चतुर्पक्षीय बैठक पर सवालों का जवाब देते हुए शुआंग ने कहा, 'संबंधित प्रस्ताव पारदर्शी और समग्र होना चाहिए। साथ ही इसका राजनीतिकरण करने और संबंधित पक्षों को बाहर करने से बचा जाना चाहिए।' यह पूछे पर कि संबंधित पक्षों को बाहर करने से उनका तात्पर्य चीन को इसमें शामिल नहीं करने से है, तो गेंग ने कहा कि चीन संबंधित देशों के बीच दोस्ताना सहयोग का स्वागत करता है। 

उन्होंने कहा, 'हम उम्मीद करते हैं कि इस तरह के संबंध तीसरे पक्ष के खिलाफ नहीं होंगे और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के अनुकूल होंगे। यह आम संकल्पना है और मेरा मानना है कि इस तरह का रुख किसी भी प्रस्ताव पर लागू होता है।' 

एशिया-प्रशांत संकल्पना की जगह पर हिंद-प्रशांत संकल्पना को स्वरूप देते हुए अमरीका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच रविवार को मनीला में आसियान शिखर सम्मेलन से पहले पहली आधिकारिक स्तर की वार्ता हुई। 

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