...तो इस वजह से PCR कर्मियों से छीनी चालानिंग पावर

Tuesday, Nov 28, 2017 - 02:04 AM (IST)

चंडीगढ़, (सुशील राज): शहर के लोगों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे चौराहों और लाइट प्वाइंट पर खड़े होने वाले पी.सी.आर. कर्मी वाहन चालकों को रोककर चालान करने की धमकी नहीं दे सकेंगे। चंडीगढ़ पुलिस विभाग ने एक सप्ताह पहले पी.सी.आर. जवानों से उनकी चालान बुक वापिस जमा करवा ली है। अब पी.सी.आर. कर्मी सिर्फ चौराहे और लाइट प्वाइंट पर खड़े रहेंगे और घटना होने पर मौके पर पहुंचेंगे।

 वाहनों के चालान की पावर लेने के पीछे पी.सी.आर. जवानों के खिलाफ आ रही शिकायतें पाया गया है। पुलिस विभाग के पास शिकायतें पहुंच रही थीं कि रात के समय पी.सी.आर. जवान शहर के एंट्री प्वाइंट्स पर दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों को रोककर उनसे वसूली करते हैं। इसके अलावा रात को वाहनों की एंट्री फीस भी लेते हैं। इसी के चलते पुलिस विभाग ने पी.सी.आर. कर्मियों पर सख्ती की है।

60 पी.सी.आर. हैं

पुलिस के पास 60 पी.सी.आर. हैं। एक पी.सी.आर. पर दो कर्मचारी तैनात होते हैं पर नियम के हिसाब से तीन होने चाहिए। सूत्रों से पता चला है कि पी.सी.आर. कर्मी शहर के एंट्री प्वाइंट्स पर खड़ी होने वाली गाडिय़ों पर अपनी बदली करवाते हैं ताकि रात के समय गाडिय़ों को रोक कर कमाई की जा सके। सेब के सीजन में सेब व्यापारी कई बार पुलिस के अफसरों से पी.सी.आर. कर्मियों की शिकायत कर चुके हैं लेकिन थोड़े दिन ठीक चलता है, उसके बाद पहले जैसे ही काम शुरू हो जाता है।

पूर्व एस.एस.पी. नौनिहाल ने दी थी चालान की पावर

चंडीगढ़ के पूर्व एस.एस.पी. नौनिहाल सिंह चंडीगढ़ पुलिस का सबसे एक्टिव विंग पी.सी.आर. को मानते थे। इसी के चलते उन्होंने पी.सी.आर. कर्मियों को चालान की पावर दी थी। पी.सी.आर. कर्मी के सामने लोग ट्रैफिक नियम तोड़ते थे तो पुलिसकर्मी आराम से खड़े होकर देखते थे। उनके पास ट्रैफिक नियम तोडऩे वालों पर शिकंजा कसने की कोई पावर नहीं थी। इसी के चलते एस.एस.पी. ने उन्हें पावरफुल बनाया था।

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