कर्नाटक में कांग्रेस विधायक के आवासों एवं कार्यालयों पर एसीबी की छापेमारी

Tuesday, Jul 05, 2022 - 10:08 PM (IST)

बेंगलुरु, पांच जुलाई (भाषा) कर्नाटक में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आय से अधिक संपत्ति पर प्रवर्तन निदेशालय की एक रिपोर्ट के बाद मंगलवार को कांग्रेस विधायक बी जेड जमीर अहमद खान से जुड़े पांच स्थानों पर एक साथ छापेमारी की।

एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि छावनी रेलवे स्टेशन के पास खान के आवास, सिल्वर ओक अपार्टमेंट में एक फ्लैट, सदाशिवनगर में एक अतिथि गृह, बनशंकरी में जी के एसोसिएट्स के कार्यालय और शहर के कलासिपाल्या में नेशनल ट्रैवल्स के कार्यालय में छापे मारे गए।

एसीबी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘एसीबी के कई दल आज सुबह से छापे मार रहे हैं। एसीबी के दल दस्तावेजों का सत्यापन कर रहे हैं और जांच जारी है।’’
एसीबी के कई दल चार बार विधायक चुने गए खान से जुड़े पांच स्थानों पर पहुंचे। खान पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रहे थे।

प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले साल अगस्त में खान और एक अन्य पूर्व मंत्री आर रोशन बेग के आवासों पर 4,000 करोड़ रुपये की आईएमए पोंजी योजना से कथित संबंध को लेकर छापा मारा था। ऐसा बताया जाता है कि इस योजना के जरिए हजारों लोगों को ठगा गया था, जिनमें अधिकतर मुसलमान थे। चामराजपेट विधानसभा क्षेत्र से विधायक खान ईडी के सामने कई बार पेश हो चुके हैं।

कांग्रेस ने इस छापेमारी को पुलिस उप-निरीक्षक भर्ती संबंधी उस घोटाले से जनता का ध्यान हटाने का प्रयास करार दिया, जिसमें अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अमृत पॉल को गिरफ्तार किया गया है।

पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि जनता का ध्यान भटकाने के लिए यह छापेमारी की गई, क्योंकि एसीबी मुख्यमंत्री के नियंत्रण में है। एसीबी और प्रवर्तन निदेशालय के बीच कोई संबंध नहीं है।’’ मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने एसीबी की छापेमारी को सतत प्रक्रिया करार दिया। बोम्मई ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘एसीबी की छापेमारी एक सतत प्रक्रिया है। एसीबी सूचना और सबूतों के आधार पर काम करती है। यह छापेमारी लंबित मामलों की जांच के लिए उच्च न्यायालय के आदेश की पृष्ठभूमि में हुई है।’’
इस बीच, बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने छापेमारी के खिलाफ यहां बंबू बाजार में खान के आवास के निकट प्रदर्शन किया। इस पर बोम्मई ने कहा कि कर्तव्य निर्वहन में बाधा डालना और छापे को राजनीतिक रंग देना कांग्रेस संस्कृति की एक सामान्य विशेषता है।

उन्होंने कहा, ‘‘वे (कांग्रेस नेता) मामले को छोड़कर बाकी सब चीजों के बारे में बोलेंगे। लेकिन अधिकारियों को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में कोई बाधा नहीं आएगी।’’



यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

PTI News Agency

Advertising