आइकिया के भारत में सबसे बड़े स्टोर की बेंगलुरु में कल शुरुआत
Tuesday, Jun 21, 2022 - 08:30 PM (IST)
बेंगलुरु, 21 जून (भाषा) फर्नीचर और साज-सज्जा क्षेत्र की अग्रणी कंपनी आइकिया बुधवार को बेंगलुरु के नागासंद्रा में अपना स्टोर शुरू करेगी जो भारत में उसका सबसे बड़ा स्टोर होगा।
कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि कर्नाटक में 3000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना के साथ इस साल उसे बेंगलुरु स्टोर में करीब 50 लाख आगंतुकों के आने की उम्मीद है। नागासांद्रा स्टोर भारत में आइकिया का चौथा स्टोर है।
स्वीडन की कंपनी आइकिया ने एक विज्ञप्ति में कहा कि नया स्टोर बेंगलुरु शहर के एक स्थापित नाम के तौर पर सामने आएगा। करीब 12.2 एकड़ क्षेत्र में फैले 4,60,000 वर्ग फुट के इस स्टोर में आधुनिक जीवनशैली से जुड़े तमाम होम फर्निशिंग विकल्प मौजूद होंगे।
आइकिया इंडिया की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुजैन पल्वेरर ने कहा, "अपने व्यापार के जरिये कर्नाटक की स्थानीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ना हमारी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता है। यह समूचे उद्योग के लिए पारिस्थितिकी में सुधार का मौका भी देगा।"
आइकिया ने बेंगलुरु स्टोर में करीब 1,000 कर्मचारी रखे हैं जिनमें से 72 प्रतिशत स्थानीय लोग हैं। इसकी स्थानीय स्तर के अन्य लोगों को भी काम पर रखने की योजना है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि कर्नाटक में 3000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना के साथ इस साल उसे बेंगलुरु स्टोर में करीब 50 लाख आगंतुकों के आने की उम्मीद है। नागासांद्रा स्टोर भारत में आइकिया का चौथा स्टोर है।
स्वीडन की कंपनी आइकिया ने एक विज्ञप्ति में कहा कि नया स्टोर बेंगलुरु शहर के एक स्थापित नाम के तौर पर सामने आएगा। करीब 12.2 एकड़ क्षेत्र में फैले 4,60,000 वर्ग फुट के इस स्टोर में आधुनिक जीवनशैली से जुड़े तमाम होम फर्निशिंग विकल्प मौजूद होंगे।
आइकिया इंडिया की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुजैन पल्वेरर ने कहा, "अपने व्यापार के जरिये कर्नाटक की स्थानीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ना हमारी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता है। यह समूचे उद्योग के लिए पारिस्थितिकी में सुधार का मौका भी देगा।"
आइकिया ने बेंगलुरु स्टोर में करीब 1,000 कर्मचारी रखे हैं जिनमें से 72 प्रतिशत स्थानीय लोग हैं। इसकी स्थानीय स्तर के अन्य लोगों को भी काम पर रखने की योजना है।
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