कर्नाटक : गांधी परिवार के सदस्यों को ईडी के समन के खिलाफ कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन

punjabkesari.in Monday, Jun 13, 2022 - 08:03 PM (IST)

बेंगलुरु, 13 जून (भाषा) कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और शीर्ष नेता राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा भेजे गए समन के खिलाफ सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी ने इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्र सरकार पर ‘‘बदले की राजनीति’’ करने का आरोप लगाया।
प्रदर्शन की वजह से शांतिनगर, डबल रोड और आसपास के इलाकों में जाम की स्थिति पैदा हो गई और आम लोगों और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
यह प्रदर्शन उस दिन हुआ है, जब राहुल गांधी दिल्ली स्थित ईडी कार्यालय में नेशनल हेराल्ड-एजेएएल करार से जुड़े कथित धनशोधन के मामले में पूछताछ के लिए पेश हुए।
इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार और कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने किया। इस प्रदर्शन में पार्टी के अन्य नेता, विधायक आदि भी शामिल हुए।
कांग्रेस ने बेंगलुरु में लालबाग से शांतिनगर स्थित ईडी कार्यालय तक मार्च निकालने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बीच रास्ते में ही रोक दिया। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने अवरोधक लगाए थे।
हालांकि, इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी अवरोधक पर चढ़ गए और उन्होंने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की।
सिद्धरमैया, शिवकुमार और कई अन्य कांग्रेस नेताओं एवं प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया और उन्हें बस में बैठाकर दूसरे स्थान पर ले गई।
सिद्धरमैया ने भाजपा पर विरोध प्रदर्शन के अधिकार को दबाने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रदर्शन स्थल पर जाने से रोका।
सिद्धरमैया ने भाजपा पर विरोध प्रदर्शन के अधिकार को दबाने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘ सोनिया और (राहुल) गांधी को समन भेजकर उनके करिश्मा को कम करने और उन्हें धमकाने की कोशिश की जा रही है--हम इस देश में अलोकतांत्रिक चीजें नहीं होने देंगे। भाजपा प्रतिशोध की राजनीति कर रही है और उसने उस मामले को खोल दिया है, जो वर्ष 2015 में ही बंद हो चुका है।’’
सिद्धरमैया और अन्य कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लेने के बाद पुलिस थाने ले जाया गया। पुलिस थाने से बाहर निकलने पर शिवकुमार ने आरोप लगाया कि कानून का दुरुपयोग किया जा रहा है और विपक्ष को खामोश करने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि वह और उनकी पार्टी के कार्यकर्ता पुलिस के नोटिस की अवज्ञा कर प्रदर्शन करने आए हैं। शिवकुमार ने कहा, ‘‘उन्हें कोई भी मामला दर्ज करने दीजिए...।’’
केपीसीसी प्रमुख ने आरोप लगाया, ‘‘हमारे नेताओं का बेवजह और जानबूझकर उत्पीड़न किया जा रहा है .. उन्हें मामले में जेल भेजने की साजिश रची जा रही है जबकि कोई मामला नहीं है। क्या लोग (कांग्रेस नेताओं के जेल भेजे जाने पर) शांत रहेंगे?सत्ता स्थायी नहीं होती।’’
उन्होंने आयकर विभाग (आईटी), प्रवर्तन निदेशालाय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों को ‘‘भाजपा के निर्देश पर गैरकानूनी कार्यों में संलिप्त नहीं होने’’की सलाह दी और याद दिलाया कि ‘‘उनका पद स्थायी नहीं है।’’
वहीं, भाजपा नेताओं ने कांग्रेस द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन पर निशाना साधा और कहा कि ‘‘कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।’’
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सी.टी. रवि ने कांग्रेस से सवाल किया कि क्या उसके नेता ‘‘लोकतंत्र से ऊपर हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आप जांच से क्यों डर रहे हैं?’’
रवि ने आरोप लगाया, ‘‘आजाद भारत में कोई भी घोटाला ऐसा नहीं हुआ, जिसमें कांग्रेस की संलिप्तता नहीं हो।’’
कर्नाटक के उद्योग मंत्री मुरुगेश निरानी ने कहा कि अधिकारियों को मामले की जांच करने की पूरी आजादी दी गई है। उन्होंने सवाल किया कि क्यों प्रदर्शन किए जा रहे हैं, जबकि जांच अभी चल रही है और मामले पर अबतक फैसला नहीं हुआ है।


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