‘क्या मुख्यमंत्री का पद बिकाऊ है?’ : सिद्धरमैया ने भाजपा पर तंज कसा
Saturday, May 07, 2022 - 06:14 PM (IST)
बेंगलुरु, सात मई (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने शनिवार को जानना चाहा कि क्या भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवारों को पैसे के बदले कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की पेशकश की है?
उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी के एक विधायक के उन आरोपों की जांच की भी मांग की है, जिसने कथित तौर पर कहा था कि सत्ता के दलालों ने उनसे राज्य के शीर्ष पद (मुख्यमंत्री) के लिए 2,500 करोड़ रुपये की रिश्वत की मांग की थी।
यह मांग ऐसे समय में आई है जब राज्य की बसवराज बोम्मई-नीत सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रही है। सिद्धरमैया ने इसे एक गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि उचित जांच से ही सच्चाई का पता चल पाएगा।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल द्वारा किए गए दावों के मद्देनजर पूछा, ‘‘क्या मुख्यमंत्री का पद बिकाऊ सीट है?’’
यतनाल ने कहा था कि दिल्ली के ''कुछ लोगों'' ने उनसे 2500 करोड़ रुपये के बदले राज्य के मुख्यमंत्री पद की पेशकश की थी। हालांकि, यतनाल ने किसी का नाम नहीं लिया था, लेकिन केवल इतना कहा था कि बहुत सारी ‘‘धोखेबाज’’ कंपनियां हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि अगर जांच नहीं की जाती है, तो इसका मतलब यह होगा कि बसवराज बोम्मई ने भी मुख्यमंत्री बनने के लिए करोड़ों रुपये के भुगतान की बात स्वीकार कर ली है।
सिद्धरमैया ने कहा कि यतनाल के बयान से पता चलता है कि उनके पास भाजपा की अनियमितताओं के बारे में बहुत सारी जानकारियां हैं और सच्चाई का पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ की जानी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा, “लोगों की यह धारणा थी कि विधायक दल भाजपा में मुख्यमंत्री का चयन करता है। अब यतनाल ने खुलासा किया है कि नीलामी के जरिये मुख्यमंत्री की कुर्सी खरीदी जाती है। भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्रियों द्वारा खर्च की गई कुल राशि की भी पड़ताल की जानी चाहिए।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि मंत्री पद सहित अन्य सभी पदों के लिए भी दरें निर्धारित हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी के एक विधायक के उन आरोपों की जांच की भी मांग की है, जिसने कथित तौर पर कहा था कि सत्ता के दलालों ने उनसे राज्य के शीर्ष पद (मुख्यमंत्री) के लिए 2,500 करोड़ रुपये की रिश्वत की मांग की थी।
यह मांग ऐसे समय में आई है जब राज्य की बसवराज बोम्मई-नीत सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रही है। सिद्धरमैया ने इसे एक गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि उचित जांच से ही सच्चाई का पता चल पाएगा।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल द्वारा किए गए दावों के मद्देनजर पूछा, ‘‘क्या मुख्यमंत्री का पद बिकाऊ सीट है?’’
यतनाल ने कहा था कि दिल्ली के ''कुछ लोगों'' ने उनसे 2500 करोड़ रुपये के बदले राज्य के मुख्यमंत्री पद की पेशकश की थी। हालांकि, यतनाल ने किसी का नाम नहीं लिया था, लेकिन केवल इतना कहा था कि बहुत सारी ‘‘धोखेबाज’’ कंपनियां हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि अगर जांच नहीं की जाती है, तो इसका मतलब यह होगा कि बसवराज बोम्मई ने भी मुख्यमंत्री बनने के लिए करोड़ों रुपये के भुगतान की बात स्वीकार कर ली है।
सिद्धरमैया ने कहा कि यतनाल के बयान से पता चलता है कि उनके पास भाजपा की अनियमितताओं के बारे में बहुत सारी जानकारियां हैं और सच्चाई का पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ की जानी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा, “लोगों की यह धारणा थी कि विधायक दल भाजपा में मुख्यमंत्री का चयन करता है। अब यतनाल ने खुलासा किया है कि नीलामी के जरिये मुख्यमंत्री की कुर्सी खरीदी जाती है। भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्रियों द्वारा खर्च की गई कुल राशि की भी पड़ताल की जानी चाहिए।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि मंत्री पद सहित अन्य सभी पदों के लिए भी दरें निर्धारित हैं।
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