कर्नाटक में कांग्रेस की मेकेदातू पदयात्रा दूसरे दिन भी जारी, शीर्ष नेताओं पर केस

punjabkesari.in Tuesday, Jan 11, 2022 - 03:53 PM (IST)

बेंगलुरु, 10 जनवरी (भाषा) कर्नाटक में विपक्षी दल कांग्रेस की मेकेदातू पदयात्रा सोमवार को दूसरे दिन भी जारी रही। कोविड संबंधी नियमों के उल्लंघन के आरोप में सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार समेत कई शीर्ष नेताओं पर पुलिस के मामला दर्ज करने के बावजूद पदयात्रा थमी नहीं। कावेरी नदी पर मेकेदातू बांध परियोजना का काम शुरू करने की मांग को लेकर कांग्रेस यह पदयात्रा निकाल रही है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के करीब 30 नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जिन प्रमुख लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है उनमें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार, विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया और बेंगलुरु ग्रामीण से सांसद डीके सकुरेश शामिल हैं। कोविड नियमों को तोड़ने के आरोप में इन नेताओं के खिलाफ मामला रविवार को सथानुर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया। पुलिस ने बताया कि यह मामला आपदा प्रबंधन कानून और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत कोविड संबंधी नियम तोड़ने और ऐहतियाती आदेश के तहत दर्ज किए गए हैं।
पदयात्रा के दूसरे दिन कांग्रेस कार्यकर्ता डीके शिवकुमार के मूल निवास डोड्डाहल्ली से कनकपुरा तक की 15 किलोमीटर यात्रा निकालने के लिए एकत्र हुए। राज्य सरकार ने कोविड मामलों में बढ़ोतरी पर अंकुश लगाने के लिए 19 जनवरी तक सप्ताहांत कर्फ्यू और लोगों के एकत्र लोगों पर पाबंदी लगा दी है। इसके तहत रैली के आयोजन, धरना और विरोध-प्रदर्शन के आयोजन पर भी रोक लगा दी गई है। कर्नाटक के मुख्यमंत्ररी बसव राज बोम्मई ने पदयात्रा जारी रखने पर कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि नियम तोड़ने वाले आयोजकों और इससे जुड़े महत्वपूर्ण लोगों के खिलाफ कानून काम करेगा। पत्रकारों से बातचीन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कोई व्यक्ति कानून का उल्लंघन करेगा तो उसे कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।’ शिवकुमार और सिद्धारमैया के नेतृत्व में रविवार को रामनगर जिले के कनकपुरा में कावेरी और अर्कावती नदी के संगम से 10 दिवसीय पदयात्रा शुरू हुई। 139 किलोमीटर तक चलने वाली इस पदयात्रा का विषय ''नम्मा नीरू नम्मा हक्कू'' (हमारा पानी, हमारा अधिकार) है। बुखार के कारण रविवार शाम पदयात्रा से शहर लौटे सिद्धारमैया ने सोमवार को इसमें हिस्सा नहीं लिया। वह चिकित्सकों की सलाह पर आराम कर रहे हैं, लेकिन उनके कार्यालय के अनुसार उनके मंगलवार से पदयात्रा में शामिल होने की संभावना है।
राज्य के गृह मंत्री अरग ज्ञानेंद्र ने कहा कि रविवार को कोविड नियमों का उल्लंघन हुआ था और 30 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन अभी और लोगों पर भी मामले दर्ज किए जा सकते हैं। गृह मंत्री ने कहा, ‘सब कुछ रामनगर जिला प्रशासन पर छोड़ दिया गया है, अगर कोई उल्लंघन होता है, चाहे कांग्रेस के लोगों द्वारा या किसी और के द्वारा, तो कार्रवाई की जाएगी।’ एक सवाल के जवाब में कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच पदयात्रा को बेंगलुरु में प्रवेश करने से रोका जाएगा। इस पर गृह मंत्री ने सीधा जवाब नहीं देते हुए कहा कि सरकार शहर की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगी।



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