रेलवे स्टेशनों की इमारतों के जीर्णोद्धार के लिए दक्षिण पश्चिम रेलवे ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये
Saturday, Feb 27, 2021 - 04:36 PM (IST)
बेंगलुरु, 27 फरवरी (भाषा) दक्षिण पश्चिम रेलवे (एसडब्ल्यूआर) के बेंगलुरु मंडल ने अपने रेलवे स्टेशनों की इमारतों के ऐतिहासिक महत्व को बढ़ाने के लिए इनके जीर्णोद्धार के मद्देनजर एक गैर-लाभकारी संगठन के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
एसडब्ल्यूआर ने एक प्रेस बयान में कहा कि रेलवे के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को भारतीय राष्ट्रीय कला एवं सांस्कृतिक धरोहर ट्रस्ट के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
बयान में कहा गया है कि केएसआर बेंगलुरु-चिकबल्लापुर-कोलार रेलवे लाइन पर चार पुरानी स्टेशन इमारतों, देवनहल्ली, डोड्डाजला, अवतिहल्ली और नंदी हाल्ट का पुनरुद्धार और इन्हें संरक्षित किया जायेगा।
इसमें कहा गया है कि इसके अलावा राजानुकुंटे, ओरगोम, चैंपियन और चिंतामणि को ऐतिहासिक रेलवे स्टेशनों के रूप में विकसित किया जाना है।
बयान में कहा गया है, ‘‘एमओयू में देवनहल्ली, डोड्डाजला, अवतिहल्ली और नंदी हाल्ट में ऐतिहासिक रेलवे स्टेशनों का पुनरूद्धार और संरक्षित किये जाने का विचार है।’’
एसडब्ल्यूआर के अनुसार एमओयू में निर्धारित कार्य दो चरणों में किए जाएंगे।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
एसडब्ल्यूआर ने एक प्रेस बयान में कहा कि रेलवे के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को भारतीय राष्ट्रीय कला एवं सांस्कृतिक धरोहर ट्रस्ट के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
बयान में कहा गया है कि केएसआर बेंगलुरु-चिकबल्लापुर-कोलार रेलवे लाइन पर चार पुरानी स्टेशन इमारतों, देवनहल्ली, डोड्डाजला, अवतिहल्ली और नंदी हाल्ट का पुनरुद्धार और इन्हें संरक्षित किया जायेगा।
इसमें कहा गया है कि इसके अलावा राजानुकुंटे, ओरगोम, चैंपियन और चिंतामणि को ऐतिहासिक रेलवे स्टेशनों के रूप में विकसित किया जाना है।
बयान में कहा गया है, ‘‘एमओयू में देवनहल्ली, डोड्डाजला, अवतिहल्ली और नंदी हाल्ट में ऐतिहासिक रेलवे स्टेशनों का पुनरूद्धार और संरक्षित किये जाने का विचार है।’’
एसडब्ल्यूआर के अनुसार एमओयू में निर्धारित कार्य दो चरणों में किए जाएंगे।
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