आरक्षण की मांग करने वाले विभिन्न समुदायों के आंदोलनों को हवा दे रहा है संघ परिवार: सिद्धारमैया
punjabkesari.in Sunday, Feb 14, 2021 - 08:33 PM (IST)
बेंगलुरु, 14 फरवरी (भाषा) कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने रविवार को आरोप लगाया कि संघ परिवार के नेता विभिन्न वर्गों के आरक्षण की मांग को लेकर उनके आंदोलनों को बढ़ावा दे रहे हैं।
कर्नाटक में विभिन्न समुदायों ने अपने संतों के नेतृत्व में अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के तौर पर आरक्षण और वर्गीकरण की मांग करते हुए अपने आंदोलन तेज कर दिये हैं।
कांग्रेस नेता ने कई ट्वीट करके लोगों को सलाह दी कि वे ‘‘समाज में टकराव उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे संघ परिवार के जाल में न फंसें।’’
सिद्धारमैया ने कहा, ‘‘हमेशा आरक्षण के विरोध में रहने वाली भाजपा के नेताओं का विभिन्न समुदायों के लिए आरक्षण की मांग क्या वास्तविक है? या यह सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष को भ्रमित करने की एक और राजनीतिक रणनीति है?’’
पंचमसाली लिंगायत, वाल्मीकि, कुरुबा और इदिगास जैसे विभिन्न समुदायों ने सरकारी नौकरियों और अन्य क्षेत्रों में अधिक आरक्षण की अपनी मांग तेज कर दी है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
कर्नाटक में विभिन्न समुदायों ने अपने संतों के नेतृत्व में अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के तौर पर आरक्षण और वर्गीकरण की मांग करते हुए अपने आंदोलन तेज कर दिये हैं।
कांग्रेस नेता ने कई ट्वीट करके लोगों को सलाह दी कि वे ‘‘समाज में टकराव उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे संघ परिवार के जाल में न फंसें।’’
सिद्धारमैया ने कहा, ‘‘हमेशा आरक्षण के विरोध में रहने वाली भाजपा के नेताओं का विभिन्न समुदायों के लिए आरक्षण की मांग क्या वास्तविक है? या यह सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष को भ्रमित करने की एक और राजनीतिक रणनीति है?’’
पंचमसाली लिंगायत, वाल्मीकि, कुरुबा और इदिगास जैसे विभिन्न समुदायों ने सरकारी नौकरियों और अन्य क्षेत्रों में अधिक आरक्षण की अपनी मांग तेज कर दी है।
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