पीयूसी, एसएसएलसी नतीजे कुछ हफ्तों में: कर्नाटक के मंत्री
punjabkesari.in Monday, Jun 29, 2020 - 04:39 PM (IST)
बेंगलुरु, 29 जून (भाषा) कर्नाटक के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री एस सुरेश कुमार ने सोमवार को कहा कि दूसरे पूर्व विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम (पीयूसी) और सेकंडरी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (एसएसएलसी) परीक्षा के नतीजे जुलाई के अंत और अगस्त के पहले हफ्ते तक आएंगे।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और अन्य राज्यों के बोर्ड की तरह 10वीं और 12वीं के छात्रों को समान्य प्रोन्नति देने के बजाए कर्नाटक सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे की अनदेखी करते हुए परीक्षाएं कराने का फैसला किया था।
मंत्री ने बेंगलुरु में संवाददाताओं को बताया, “हम अगस्त के पहले हफ्ते तक एसएसएलसी के नतीजे घोषित करने का प्रयास कर रहे हैं। पूर्व विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम के परिणाम जुलाई के अंतिम हफ्ते में आएंगे।”
सरकार के निर्देश के बावजूद स्कूलों के फीस बढ़ाने की खबरों पर मंत्री ने कहा कि उन्हें पता चला है कि 1,150 विद्यालयों ने फीस बढ़ाई है जिनमें से 450 के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
उन्होंने कहा, “हमने कोरोना वायरस के मद्देनजर विद्यालयों को फीस नहीं बढ़ाने का निर्देश दिया है। यह एक खास वर्ष है। मानवता कहती है कि किसी को शुल्क नहीं बढ़ाना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “हमनें एक हेल्पलाइन बनाई है। अगर हमें ऐसी गतिविधियों के बारे में पता चला तो हम कार्रवाई करेंगे।”
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और अन्य राज्यों के बोर्ड की तरह 10वीं और 12वीं के छात्रों को समान्य प्रोन्नति देने के बजाए कर्नाटक सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे की अनदेखी करते हुए परीक्षाएं कराने का फैसला किया था।
मंत्री ने बेंगलुरु में संवाददाताओं को बताया, “हम अगस्त के पहले हफ्ते तक एसएसएलसी के नतीजे घोषित करने का प्रयास कर रहे हैं। पूर्व विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम के परिणाम जुलाई के अंतिम हफ्ते में आएंगे।”
सरकार के निर्देश के बावजूद स्कूलों के फीस बढ़ाने की खबरों पर मंत्री ने कहा कि उन्हें पता चला है कि 1,150 विद्यालयों ने फीस बढ़ाई है जिनमें से 450 के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
उन्होंने कहा, “हमने कोरोना वायरस के मद्देनजर विद्यालयों को फीस नहीं बढ़ाने का निर्देश दिया है। यह एक खास वर्ष है। मानवता कहती है कि किसी को शुल्क नहीं बढ़ाना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “हमनें एक हेल्पलाइन बनाई है। अगर हमें ऐसी गतिविधियों के बारे में पता चला तो हम कार्रवाई करेंगे।”
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