कर्नाटक में कांग्रेस ने राज्य सरकार के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन

Wednesday, May 20, 2020 - 11:17 PM (IST)

बेंगलुरु, 20 मई (भाषा) कर्नाटक में कांग्रेस ने बुधवार को कृषि उपज मंडी समिति (एपीएमसी) अधिनियम में संशोधन, ग्राम पंचायत का चुनाव स्थगित करके सदस्यों के प्रस्तावित मनोनयन तथा श्रम कानून में संशोधन की योजना को लेकर विधान सौध परिसर में गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
विपक्षी पार्टी ने कोरोना वायरस संकट से निपटने और इस संकट की स्थिति में मदद के लिए पैकेज की घोषणा को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा।

कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डी के शिवकुमार, कांग्रेस विधायक दल और विपक्ष के नेता सिद्धरमैया समेत कई विधायकों ने इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया और हाथों में तख्तियां लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय सिद्धरमैया की अध्यक्षता में कल शाम हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में लिया गया।

शिवकुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस देश को बचाने के लिए विरोध प्रदर्शन को शुरू करना हमारे लिए अनिवार्य है। हम इसे महात्मा गांधी की प्रतिमा से शुरू कर रहे हैं और आने वाले दिनों में पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन होगा।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि कोविड-19 की वजह से बिना चुनाव आयोजित किए पंचायत सदस्य के रूप में भाजपा कार्यकर्ताओं को मनोनीत करने का षड्यंत्र चल रहा है।

उन्होंने कहा कि हम पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा एपीएमसी अधिनियम में संशोधन करने जैसी किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसे तत्काल वापस लिया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘वे बाहर से निवेशकों को लुभाने के लिए श्रम कानून में संशोधन की योजना बना रहे हैं। हमें पहले श्रमिकों के हितों की रक्षा करनी है।’’
विपक्षी पार्टियों की आपत्तियों के बावजूद सरकार हाल ही में एक अध्यादेश लेकर आई, जो कृषि उपज मंडी समितियों की शक्तियों को कम करता है।



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PTI News Agency

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