किस्मत बदलने की क्षमता रखते हैं यह खास फूल, करें पूजन

Thursday, May 26, 2016 - 12:55 PM (IST)

फूल वातावरण को खुशनुमा बनाते हैं। घर में फूल रखने से जहां साकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है वहीं इनकी सुगंध से तन-मन शांत होता है। फूलों में बहुत सी प्रजातियां पाई जाती हैं और इनके रंग भी अलग-अलग होते हैं जैसे गुड़हल, कौमुदी, आक, अपराजिता, कमल का फूल अौर जंगली फूल इन सभी फूलों का रंग नीला होता है। फूल सिर्फ घर को सजाने के लिए ही नहीं  बल्कि पूजा में भी इनका प्रयोग किया जाता है। भिन्न-भिन्न रंगों के फूल अलग-अलग देवताअों को अर्पित किए जाते हैं। शनिदेव, श्रीहरि विष्णु, श्रीकृष्ण और लक्ष्मीजी को नीले रंग के फूल बहुत प्रिय हैं। 

ज्योतिष के अनुसार नीले रंग के फूल किस्मत बदलने की क्षमता रखते हैं। इन्हें देवी-देवताअों को चढ़ाने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं अौर धन- समृद्धि में वृद्धि होती है। आईए जानें कैसे-

 

- कुंडली में शुक्र ग्रह आठवें भाव में होना अशुभ माना जाता है। अशुभता के प्रभाव को कम करने के लिए किसी से दान न लेकर तांबे का सिक्का या नीले फूल 43 दिन गंदे नाले में फेंके।

 

-  कुंवारों के विवाह में बाधाएं आ रही हैं तो विरान स्थान में जाकर लकड़ी से भूमि खोदकर नीले रंग का फूल दबा दें। यदि शनि दोष के कारण रुकावट आ रही हो तो शनिवार वाले दिन जमीन की खुदाई करके काला सुरमा दबा दें।

 

- व्यापार में उन्नति पाने के लिए फिटकरी के 5 टुकड़े, नीले रंग के 6 फूल अौर एक बेल्ट नौंवी के दिन देवी मां को चढ़ाकर दसवें दिन फूल बहते जल में बहा दें, बेल्ट लड़की को दे दें अौर फिटकरी के टुकड़ों को संभालकर अपने पास रख लें। जब इंटरव्यू देने या व्यापारिक डील के लिए जाएं तो इन्हें अपने पास रखें अौर वापिस आने पर उन टुकड़ों को संभालकर रख लें।

 

- शनि के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए शनिवार के दिन अपराजिता के नीले फूलों से पीपल की पूजा करके उन्हें शनि देव को चढ़ा दें।

 

- शनि शांति और धन प्राप्ति के लिए नीले रंग के फूल बहती नदी में बहाते समय शनिदेव से सुख और शांति के लिए प्रार्थना करें। माना जाता है कि शनिदेव को नीले रंग के फूल बहुत प्रिय है। शनिदेव को नीले लाजवंती के फूल चढ़ाने से भी सारी परेशानियां दूर होती हैं।

 

- मोक्षदा एकादशी के दिन व्रत रखकर भगवान श्री कृष्ण को नीले रंग के फूल चढ़ाने से गरीबी दूर होती है। इस दिन पान न खाएं, किसी की चुगली न करें, क्रोध न करें, झूठ न बोलें, दिन के समय न सोएं, तेल में बना हुआ खाना न खाएं, कांसे के बर्तनों का प्रयोग न करें। व्रत न भी रखा जाए तो प्याज, लहसुन और चावल न खाएं।


- धन प्राप्ति के लिए प्रत्येक शुक्रवार महालक्ष्मी को नीले रंग का कमल चढ़ाएं। इस फूल का प्रयोग किसी को वश में करने के लिए भी किया जाता है।

 

 - माता तारा देवी को कमल का सफेद या नीला फूल चढ़ाने के साथ ही रुद्राक्ष के बने कानों के कुंडल, सूर्य शंख, नीले वस्त्र, अनार के दाने प्रसाद स्वरुप और भोजपत्र पर ''ह्रीं'' लिखकर चढ़ाने से कष्टों से मुक्ति मिलती है। यह पूजा विधिवत करने से मां भक्तों पर प्रसन्न होती हैं।

 

- लक्ष्मी को स्थिर रखने के लिए एक नारियल, लाल-पीला-नीला अौर एक सफेद फूल मां लक्ष्मी को चढ़ाएं अौर नवमी के दिन ये फूल नदी में बहा कर नारियल को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें।

 

- यदि ज्यादा मेहनत करने पर भी बरकत न हो रही हो तो मां लक्ष्मी की पूजा के साथ कमल के फूल की भी पूजा करें फिर इस फूल को लाल कपड़े में बांध कर तिजोरी में रख दें।

 

- भगवान विष्णु, शिव और मां दुर्गा को विशेष मुहूर्त और दिन में नीले रंग के  अपराजिता पुष्प चढ़ाने से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।

 
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