ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल, जींद में सब्जी, फलों की किल्लत

punjabkesari.in Saturday, Oct 03, 2015 - 11:54 PM (IST)

जींद (ललित): ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के चलते माल ढोने वाले ट्रक और दूसरे वाहनों के पहिए थमे तो अब इसका सीधा असर यहां फलों और सब्जियों की सप्लाई पर पडऩे लगा है। फलों और सब्जियों की किल्लत से दोनों के भाव तेजी से आसमान छू रहे हैं। वीरवार से अपनी कुछ मांगों को लेकर ट्रक ऑप्रेटर्स ने हड़ताल शुरू की थी।  इस हड़ताल के चलते दूसरे शहरों और राज्यों से जींद में जरूरी चीजें सप्लाई होने की चेन टूट गई है। 
 
ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का असर आम आदमी के जीवन पर पडऩे लगा है। जींद में फलों और सब्जियों की सप्लाई जम्मू-कश्मीर से लेकर कर्नाटक, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र तथा उत्तर प्रदेश से होती है। ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के चलते यह सप्लाई बंद सी हो गई है। 3 दिनों से जींद की नई सब्जी मंडी में एक भी ट्रक सब्जी और फलों की खेप लेकर नहीं पहुंच पाया है। 
 
इससे अब सब्जी मंडी में फलों की कमी होने लगी है और फलों की कीमत पर इसका असर साफ दिखने लगेगा। शुक्रवार को नई सब्जी मंडी में कर्नाटक से एक ही ट्रक पपीते का पहुंचा था जबकि लगभग 5 ट्रकों को यहां पपीता लेकर पहुंचना था। ट्रक आप्रेटरों की हड़ताल का सबसे ज्यादा असर प्याज, टमाटर, हरी मिर्च व नींबू की कीमतों पर हुआ हुआ है। हड़ताल के चलते जींद में इन सब्जियों की कोई खेप नहीं पहुंच पाई है। इसके चलते इनकी कीमतों में 20 से 25 प्रतिशत तक का उछाल आया है।
 
ऐसे में आगामी दिनों में यदि ट्रक ऑपे्रटर्स की हड़ताल इसी तरह जारी रही तो इनके दामों में दोगुनी वृद्धि हो सकती है। फल व सब्जी विक्रेता सुनील के अनुसार सामान्य दिनों में 500 रुपए प्रति कैरेट (24 किलोग्राम) बिकने वाला टमाटर 550 रुपए प्रति कैरेट बिका है। आने वाले दिनों में इनकी कीमतों में और इजाफा होगा। ट्रक आप्रेटर्स की हड़ताल के चलते इंदिरा बाजार में करियाना कारोबारियों को भी सामान उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। यहां लगभग 100 दुकानें हैं और प्रति दिन 5 से 6 किं्वटल दाल, इतना ही चावल व करीब 200 किं्वटल चीनी की खपत होती है। शनिवार को कोई भी सामान बाहर से जींद नहीं पहुंचा है।

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