एक के बाद एक हत्याओं से दहशत में घाटी, ट्रक ड्राइवर बोले- नौकरी से ज्यादा जिंदगी जरूरी

Thursday, Oct 17, 2019 - 03:52 PM (IST)

श्रीनगर: घाटी में एक के बाद एक हो रही हत्याओं से व्यापारियों और वहां काम करने वाले मजदूरों के बीच दहशत का माहौल बना हुआ है। वहीं बाहरी राज्यों से आने वाले ट्रक ड्राइवर बिना फलों की खेप उठाए ही घाटी से वापस जा रहे हैं। ट्रक ड्राइवरों का कहना है कि जान से बढ़कर कुछ भी नहीं है, नौकरी भी नहीं। इस बारे में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घाटी में व्यापार को ठप्प करने के तहत यह साजिशें की जा रही हैं।



गौरतलब है कि बुधवार को आतंकियों ने पंजाब के एक सेब व्यापारी और काकापोरा इलाके के नकोमा गांव में ईंट भट्टे का काम करने वाले छत्तीसगढ के मजदूर की हत्या की थी। वही इससे पहले सोमवार को राजस्थान के ट्रक ड्राइवर शरीफ खान को गोली मारकर हत्या कर दी थी। एक के बाद एक हुई इन तीन हत्याओं से ट्रक ड्राइवर काफी डरे हुए हैं। कश्मीर के फल उत्पादकों के अनुसार लगातार हो रही इन हत्याओं से ड्राइवरों के मन में डर का माहौल बना हुआ है, जोकि कश्मीर के सेबों को दूसरे राज्यों के हिस्सों में बेचते हैं।



'मैं तुरंत कश्मीर छोड़ कर जा रहा हूं'
राजस्थान के कोटा जिले से एक ट्रक ड्राइवर घाटी में सेबों के पेटियां लेने के लिए कश्मीर जा रहे थे लेकिन बीच रास्ते में बुधवार को हुई मौत की खबर मिलते ही बोले, मैं तुरंत कश्मीर छोड़ कर जा रहा हूं। किसी के जीवन से ज्यादा नौकरी जुरूरी नही हैं। एक अन्य ड्राइवर ने बताया कि वह भी दूसरे राज्य से यहां कश्मीर से फलों की खेप ले जाने के लिए आए थे लेकिन एक के बाद एक हो रही घटनाओं से अब वह यहां एक भी दिन नहीं रुकना चाहते। उन्होंने बताया कि हम अपने परिवारों को पीछे छोड़कर आए हैं जो काफी परेशान हैं। आज अगर मेरा ट्रक लोड़ नहीं हुआ तो मै यहां ज्यादा नहीं रुकूंगा।



शोपियां के फल उत्पादक खुर्शीद अहमद ने बताया कि आतंकी संगठन कश्मीर में किसी भी हालात में शांति बहाली नहीं चाहते हैं। उनके अनुसार सेबों के व्यापार को ढप्प करने के उद्देश्य के तहत इस तरह की घटनाओं का अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे सेबों की पैदावार के लिए 5 अगस्त से पहले ही एडंवास मिल गया था लेकिन मैंने जैसे ही खेप भेजने की तैयारी की तो यह सब हो गया। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के अधिकतर प्रावधान हटाए जाने के बाद दहशतगर्द बाहर से आए व्यापारियों को निशाना बनाकर घाटी की शांति-व्यवस्था भंग करने की नापाक कोशिश कर रहे हैं।





 

rajesh kumar

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