पुलवामा हमले के दो आरोपी 7 दिनों के पुलिस रिमांड पर

Sunday, Mar 08, 2020 - 12:13 PM (IST)

जम्मू: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की विशेष अदालत ने पुलवामा हमले के सिलसिले में शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों को शनिवार को सात दिनों के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इससे पहले NIA के अधिकारियों ने हमले में कथित रूप से हमलावरों को मदद करने के आरोप में गिरफ्तार दोनों को विशेष अदालत में पेश किया। NIA के विशेष न्यायाधीश सुभाष सी गुप्ता ने मामले की सुनवाई के बाद दोनों आरोपियों वाइज उल इस्लाम और मोहम्मद अब्बाास को सात दिनों के पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश जारी किया है। पिछले वर्ष फरवरी में पुलवामा में CRPF काफिले पर हुए हमले के संबंध में मंगलवार को पुलवामा निवासी एक व्यक्ति एवं उसकी बेटी को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार आरोपी तारिक अहमद शाह (50) और उसकी पुत्री इंशा जान (23) को NIA की विशेष अदालत ने उसी दिन 10 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।


सूत्रों ने बताया कि पिता और पुत्री दोनों ने काफिले को उड़ाने वाले आदिल अहमद डार और जैश के अन्य कमांडरों को हमले की घटना से पहले अपने घर में शरण दी थी। सूत्रों का कहना है कि शाह ने अपने घर में इन आतंकवादियों को शरण दी थी और यहीं रह कर उन्होंने हमले की साजिश रची थी। सुरक्षा बलों को इनके घर से कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। इससे कुछ दिन पहले NIA ने जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी शकीर बशीर मागरे को गिरफ्तार किया था। मागरे पर भी आदिल को संरक्षण देने और सहयोग करने का आरोप है। मागरे की गिरफ्तारी के बाद ही पिता-पुत्री की गिरफ्तारी संभव हो पाई।


NIA ने आतंकी फंडिंग के मामलों में इस साल की शुरुआत से ही अपनी गतिविधियां तेज कर दी थीं और इसी दौरान पुलिस उपाधीक्षक देविंदर सिंह कोे कश्मीर घाटी से दो हिजबुल मुजाहिद्दीन आतंकवादियों को अपने वाहन से दिल्ली ले जाने के दौरान गिरफ्तार किया गया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अब तक कश्मीर घाटी में कई स्थानों पर छापे मारे हैं और कई महत्वपूर्ण एवं आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए हैं। गौरतलब है कि पिछले वर्ष 14 फरवरी में पुलवामा जिले के लेथपोरा में हुए इस आतंकवादी आत्मघाती हमले में CRPF के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए और कई अन्य घायल हो गए थे। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया था।

rajesh kumar

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