अमरनाथ यात्रा: छूट के बावजूद भंडारे के ट्रक से वसूला टोल टैक्स

Friday, Jul 28, 2017 - 12:37 PM (IST)

श्रीनगर: अमरनाथ यात्रा के दौरान शिवभक्तों को नि:शुल्क लंगर सुविधा प्रदान करने वाले भंडारा संचालकों को राज्य सरकार द्वारा टोल टैक्स से छूट दिए जाने के बावजूद अमृतसर के अमरनाथ सेवा मंडल के भंडारे के ट्रक से टोल टैक्स वसूल करने का मामला सामने आया है। अमरनाथ सेवा मंडल, अमृतसर के अध्यक्ष सुरेश सहगल ने जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर में अपने ट्रक से वसूल किए गए टोल टैक्स की रसीद दिखाते हुए ‘पंजाब केसरी’ को बताया कि उनकी संस्था अमरनाथ यात्रा के दौरान आधार शिविर बालटाल में श्रद्धालुओं को नि:शुल्क लंगर सेवा उपलब्ध करवाने के अलावा पवित्र गुफा पर बाबा बर्फानी के दर्शन करने पहुंचे शिवभक्तों के लिए जूता रखने की सुविधा भी प्रदान करती है। 

यात्रा के दौरान अपनी सेवाएं देने के बाद उनकी संस्था का एक ट्रक 26 जुलाई को जैसे ही लखनपुर पहुंचा तो वहां तैनात कर्मचारियों ने टोल टैक्स के नाम पर उनसे 3500 रुपए की मांग की। उन्होंने श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड का अनुमति पत्र दिखाते हुए टोल टैक्स से छूट होने का हवाला दिया, लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। काफी देर तक बहस करने के बाद लखनपुर में तैनात कर्मचारी 1500 रुपए का टोल टैक्स लेने पर राजी हो गए।  

 

अधिकारियों से बात करनी चाहिए थी : डी.सी.
लखनपुर में तैनात जम्मू-कश्मीर आबकारी विभाग के उपायुक्त राजेश शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा श्री अमरनाथ यात्रा के भंडारा संचालकों को टोल टैक्स से छूट दी गई है। कर्मचारियों द्वारा यदि किसी भंडारा संचालक से टोल टैक्स की मांग की जा रही थी तो उसे वहां मौजूद अधिकारियों के साथ बात करनी चाहिए थी।  उन्होंने कहा कि अब तक की यात्रा में यदि सरकार भंडारा संचालकों के पक्ष में लाखों रुपए का टोल टैक्स माफ कर सकती है तो किसी एक भंडारा संचालक से टोल टैक्स वसूलने में उनकी क्या रुचि हो सकती है? उन्हें लगता है कि यह सब संवादहीनता एवं अनजाने में हुआ है। 

 

संबंधित कर्मचारियों पर कार्रवाई हो : सायबो
लखनपुर में भंडारा संचालक से टोल टैक्स वसूलने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भंडारा संचालकों के संगठन सायबो के अध्यक्ष राजन कपूर ‘सोनू’ ने संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में कोई कर्मचारी ऐसी गलती न करे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा भंडारा सामग्री पर टैक्स माफ करने से पूरे देश में बहुत अच्छा संदेश गया था, लेकिन कुछ कर्मचारी यदि अधिकारियों को भी अंधेरे में रख कर इस प्रकार सरकार की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई होनी चाहिए। यात्रा के 7 अगस्त को खत्म होने पर 700 से अधिक ट्रक घाटी से वापस लखनपुर बॉर्डर से होकर ही गुजरने हैं। अधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि भविष्य में किसी भंडारा संचालक को ऐसी समस्या का सामना न करना पड़े। 

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