कश्मीर के लिए मिसाल बना गांव, मौलाना नमाज के बाद शिव मंदिर में लगाते हैं झाड़ू

Sunday, Apr 16, 2017 - 01:24 PM (IST)

जम्मू:- कश्मीर मुद्दे पर करीब दो दशकों से चल रहे विद्रोह के चलते अब तक लगभग दो सौ मंदिर जलाए जा चुके हैं वहीं कई क्षतिग्रस्त कर दिए गए हैं। ऐसे में राजौरी जिले में धार्मिक रूप से संवेदनशील इलाके में धार्मिक सद्भाव और इंसानियत की मिसाल पेश की गई है। जम्मू के राजौरी जिले के एक गाव रच्छ्वा स्थित एक मंदिर की रखवाली पिछले एक दशक से एक मुस्लिम परिवार करता आ रहा है। उनके मुताबिक इस मंदिर में दो दशक से कोई 'पंड़ित भाई' नहीं है, जिसके चलते ये लोग कई शताब्दियों पुराने इस शिव मंदिर की देखरेख करते हैं। ये शिव मंदिर राजौरी जिले के रच्छ्वा गांव में स्थित है, जो राजौरी जिले से महज 30 से 40 किमी की दूरी पर स्थित है। ये लोग हर रोज इस मंदिर में झाडू लगाते हैं इसकी साफ-सफाई का भी ध्यान रखते हैं।

 


मंदिर में है मां काली की मूर्ति
1990 के दौरान चल रहे विद्रोह में उग्रवादियों ने कई मंदिरों को निशाना बनाया था। इस समय में इस इलाके के मुस्लिमों ने हिंदुओं के लिए पवित्र स्थान माने जाने वाले इस मंदिर की सुरक्षा का ध्यान रखा, ये मंदिर इसकी खूबसूरत शिल्पकला के लिए भी मशहूर है। इसमें भगवान शिव की मूर्ति स्थापित है, इसके इलावा मां काली की भी मूर्ति यहां पर मौजूद है।

 


मन्दिर की देख रेख करते है स्थानीय लोग
इस जगह पर मोलाना अनवर हुसेन ने बताया कि आज मेरी भी उम्र 40 साल हो चुकी है और जब से मैंने आंख खोली है तब से मेने यहां यह मन्दिर देखा है उन्होंने कहा कि मेरे पिता ने भी मुझे यह सिखाया था कि इस मंदिर की हिफाज़त करनी है, उन्होंने कहा कि यहां पर जो लोग रहते है वे सब इस मन्दिर की देख रेख करते हैं मंदिर में झाड़ू पोचा करते है मंदिर में कोई गंदगी न फेलाए उस का भी ध्यान रखा जाता है उन्होंने कहा कि जिस प्रकार दुनिया में ताज महल एक अजूबा है उसी तहरा यह मंदिर भी एक अजूबे से कम नहीं है क्यों कि इस मंदिर में भी चित्रकला देखने को मिलती है यहां पर काफी सरे लोग आते है। 


आतंकवाद के वक्त पर की जाती थी इस मंदिर की सुरक्षा
वहां के कुछ लोग बताते है कि जब यहां पर आतंकवाद था तब इस मंदिर को मुस्लिम परिवारों से बचाए रखा गया और उस समय भी मंदिर में पूजा अर्चन की जाती थी, 1990 के दौरान चल रहे विद्रोह में उग्रवादियों ने कई मंदिरों को निशाना बनाया था। इस समय इस इलाके के मुस्लिमों ने हिंदुओं के लिए पवित्र स्थान माने जाने वाले इस मंदिर की सुरक्षा का ध्यान रखा।

 

इस मंदिर में स्थापित है भगवान शिव की मूर्ति
मोलाना कहते है कि "इस मंदिर को मैं उतना ही मानता हूं जितना कि मस्जिद को।" मोलाना इस मंदिर के प्रमुख रखवाले हैं ,यहां के अन्य निवासी बताते हैं कि इस गांव में एक भी पंडित परिवार नहीं रहता लेकिन वे इस मंदिर में पूजा करने आते रहते हैं, ये मंदिर इसकी खूबसूरत शिल्पकला के लिए मशहूर है। इसमें भगवान शिव की मूर्ति स्थापित है, जिसके चलते यहां पर्यटक भी आते हैं। वे इस मंदिर की सुंदरता को देखकर इसका इतिहास जानने के लिए लोगों से इसके बारे में जानकारी भी लेते हैं।
 

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