63वें दिन भी घाटी में हालात सामान्य नहीं, सड़कों से सार्वजनिक वाहन रहे नदारद

Sunday, Oct 06, 2019 - 06:55 PM (IST)

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 और 35ए की समाप्ति के बाद से अब तक घाटी में हालात सामान्य नहीं है और कारोबारी एवं अन्य गतिविधियां प्रभावित हैं। सड़कों पर सार्वजनिक परिवहन नदारद है लेकिन कुछ मार्गों पर निजी वाहन चलते हुए देखे जा सकते हैं। एक सकारात्मक संकेत यह है कि पांच अगस्त के बाद कोठीबाग पुलिस थाने के पास रविवार को आयोजित होने वाले मशहूर बाजार में सैंकड़ों लोगों ने अपने स्टाल लगाए।



आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कश्मीर घाटी के किसी भी हिस्से से किसी तरह की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है और घाटी में रविवार को कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध नहीं हैं। चार से अधिक लोगों के एक साथ एकत्र होने से रोकने के लिए धारा 144 लगाई गई है ताकि कानून-व्यवस्था बनाई रखी जा सके। कश्मीर घाटी में पांच अगस्त से ही ट्रेन, मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं स्थगित हैं। हुरिर्यत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े के प्रमुख मीरवाइज मौलवी उमर फारूक का गढ़ माने वाले इलाके में स्थित जामिया मस्जिद के सभी दरवाजे बंद हैं। 



कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यहां अर्धसैनिक बल तैनात हैं और शुक्रवार को भी इस मस्जिद में जुमे की नमाज अदा नहीं की जा सकी थी। शहर के ऐतिहासिक लाल चौक और अन्य स्थानों पर दुकानें तथा व्यापारिक प्रतिष्ठनान सुबह छह से नौ बजे तक खुले रहे और इसके बाद पूरे दिन के लिए बंद कर दिए गए। कश्मीर घाटी में स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है और रविवार का सड़कों पर दुकानें तथा कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे।



कश्मीर के विभिन्न जिलों अनंतनाग, शोपियां, पुलवामा, अवंतीपोरा, त्राल और कुलगाम में हालात इसी तरह के हैं तथा यहां भी सड़कों पर सार्वजनिक परिवहन नदारद है लेकिन कुछ मार्गों पर निजी वाहन चलते हुए देखे जा सकते हैं। कश्मीर घाटी में लगातार 63वें दिन भारत संचार निगम लिमिटेड और अन्य कंपनियों की मोबाइल एवं इंटरनेट सेवाएं स्थगित हैं लेकिन लैंडलाइन सेवाएं सुचारु रूप से काम कर रही है। 

rajesh kumar

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