अतिक्रमण से सिकुड़ा मंदिरों का शहर, सड़कों पर रेहड़ी-फडिय़ों व दुकानदारों का कथित कब्जा

Monday, Sep 04, 2017 - 04:59 PM (IST)

श्रीनगर : राज्य की शीतकालीन राजधानी होने के कारण मंदिरों का शहर जम्मू कहने को तो विशेषकर जम्मू संभाग के 10 जिलों का आईना है। शायद इसीलिए केंद्र सरकार ने जम्मू को स्मार्ट सिटी का दर्जा भी प्रदान किया है, लेकिन यदि शहर की हालत पर गौर किया जाए तो परिस्थितियां बहुत सुखद नहीं हैं। शहर की सड़कों पर पैदल चलना तक मुश्किल है, क्योंकि अतिक्रमण के कारण सड़कों पर, चौक-चौराहों पर हर तरफ रेहडिय़ां-फडियां व दुकानों का सामान ही दिखाई देता है। ऐसे में शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने का दायित्व उठाने वाले जम्मू नगर निगम की नाक तले अतिक्रमण का जाल इस कद्र फैलता जा रहा है कि दिन-ब-दिन मंदिरों का शहर सिकुडने लगा है। हर सड़क पर रेहड़ी-फड़ी व दुकानदारों ने अपना कब्जा जमा रखा है। औरतों-बच्चों व अन्य लोगों को मजबूरन फुटपाथों पर जगह न मिलने के कारण सड़कों पर चलना पड़ता है, जिससे हर पल सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है, दूसरी तरफ जम्मू की सड़कों पर लगने वाले जाम का भी मुख्य कारण बना हुआ है। 

 

अफसोस की बात तो यह है कि जहां एक तरफ शहर की सड़कों पर अतिक्रमण की मार बढ़ती जा रही है, दूसरी तरफ से इसे रोकने वाला निगम मूकदर्शक बना हुआ है। इसमें कोई संदेह नहीं कि जम्मू नगर निगम द्वारा समय-समय पर अतिक्रमण के खिलाफ मुहिम चला कर अपनी क्षमता का प्रमाण दिया जाता है, परन्तु केवल आधे घंटे के लिए मुहिम के दौरान ये सड़कें साफ दिखाई देती हैं, उसके बाद फिर से सड़कों पर मंडियां सजने लगती हैं। एक मायने में निगम की सारी कवायद निरर्थक ही रहती है। 

 

फुटपाथ पर दुकानदारों का कब्जा

शहर के फुटपाथों व सड़कों की हालत देख कर तो हर राहगीर के मन में एक ही सवाल उठता है कि फुटपाथ पर दुकानदारों का कब्जा और सड़क पर वाहनों का आधिपत्य तो ऐसे में भला राहगीर चले तो कहां चलेंगे। शहरवासियों के अनुसार शहर की ऐसी हालत के चलते राहगीरों को मजबूरन फुटपाथों की बजाय सड़कों पर चलना पड़ता है और ऐसे कई बार लोग हादसे का भी शिकार हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि निगम को चाहिए कि कम से कम दुकानदारों को सख्त हिदायत दी जाए कि यदि वे फुटपाथों पर सामान लगाते हैं तो उनका सामान जब्त कर लिया जाएगा। शहर में हरेक दुकानदार ने अपनी दुकान के आगे भी सामान रख अवैध कब्जा किया होता है।

 

कहां-कहां होता है अधिक अतिक्रमण 
यूं तो बहुत से दुकानदारों ने अपनी दुकानों के सामने सामान सजाया होता है, लेकिन शहर में सबसे अधिक अतिक्रमण तालाब तिल्लो, जानीपुर, न्यू प्लाट, परेड बाजार, शालामार बाजार, रघुनाथ बाजार, गुम्मट बाजार, खिलौना वाली गली, इंदिरा चौक रोड, बस स्टैंड रोड, ज्यूल रोड, साईंस कॉलेज रोड, कैनाल रोड, नई बस्ती, गांधी नगर, शास्त्री नगर, त्रिकुटा नगर, नरवाल, कुंजवानी, अखनूर रोड में होता है। अतिक्रमण की मार के चलते अखनूर रोड की सड़कों व परेड और शालामार रोड पर अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। 

 

शहर के अधिकतर रेहड़ी जोन सूने पड़े
ऐसा नहीं है कि जम्मू नगर निगम द्वारा शहर में रेहडियां लगाने के लिए कोई जगह नहीं बनाई गई है। रेहडियों वालों के लिए जम्मू संभाग में करीब 47 रेहड़ी जोन बनाए गए हैं, लेकिन निगम की बाकी परियोजनाओं की तरह यह परियोजना भी विफल साबित हो गई। इसका असर साफ शहर में देखा जा सकता है। शहर के अधिकतर रेहड़ी जोन सूने ही दिखाई पड़ते हैं, उनमें एक भी रेहड़ी नहीं होती है। ऐसा ही हाल शहर के शक्तिनगर इलाके में बनाए गए रेहड़ी जोन का है। यही कारण है कि शहर के हर चौक-चौराहे में अवैध रूप से लगी रेहडिय़ां जाम का कारण बनती हैं।  

 

निगम के अभियान रेहडियों तक ही सीमित
ऐसा नहीं है कि जम्मू नगर निगम द्वारा शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए अतिक्रमण विरोधी अभियान नहीं चलाए जा रहे हैं। नगर निगम आयुक्त के निर्देशों के अनुसार समय-समय पर निगम के अधिकारी शहर में ऐसे अभियान चलाते दिखाई देते हैं, लेकिन कुछ महीनों से निगम के अतिक्रमण विरोधी अभियान केवल अवैध रूप से लगी रेहडियों को ही हटाने तक सीमित रह गए हैं। ऐसे में जब निगम द्वारा अतिक्रमणकारी दुकानदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई ही नहीं की जाती तब तक हालात सुधरने वाले नहीं हैं।  

 

अतिक्रमणकारी दुकानदारों के खिलाफ भी जल्द चलेगा अभियान : एम. राजू
इस सिलसिले में जम्मू नगर निगम कमिश्नर एम. राजू ने दावा किया है कि निगम की तरफ से जल्द ही अतिक्रमणकारी दुकानदारों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। मौजूदा समय में निगम की तरफ से शहर में अवैध रूप से लगाई जा रही रेहडियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। नगर निगम जम्मू शहर को जाम मुक्त बनाने के पूरे प्रयास कर रहा है और जनता को हर सुविधा को मुहैया करवाने के लिए भी तैयार है। जल्द ही शहर की सड़कों व फुटपाथों से भी अतिक्रमण को हटाया जाएगा।   

 

क्या कहते हैं खिलाफवर्जी अधिकारी
जम्मू नगर निगम के खिलाफवर्जी विंग की अधिकारी कामिनी केसर ने कहा कि निगम द्वारा आए दिन अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाए जाते हैं और शहर को जाममुक्त बनाने का प्रयास किया जाता है और आगे भी निगम का प्रयास जारी रहेगा। किसी को भी नियमों का उल्लंघन करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।  
 

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