कश्मीर में 250 युवक बने आतंकी, सुरक्षा बलों के लिए चिंताएं कई गुना बढ़ीं

Monday, Apr 17, 2017 - 02:03 PM (IST)

अनंतनाग: कश्मीर में पिछले वर्ष जुलाई में हिजबुल आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद आतंकवाद की राह पर चलने वाले स्थानीय युवकों की संख्या लगातार बढऩे से सुरक्षा एजैंसियों की चिंताएं कई गुणा बढ़ गई हैं और सुरक्षा एजैंसी ने मार्च तक करीब 250 युवकों के आतंकी संगठनों में शामिल होने की पुष्टि की है। 

 

राज्य पुलिस परेशान करने वाली इस प्रवृत्ति पर मौन साधे हुए है और सिर्फ इतना कह रही है कि वह लापता युवकों की रिपोर्ट का आकलन कर रही है, लेकिन सुरक्षा एजैंसियों ने दक्षिण कश्मीर में जमीनी स्तर पर स्थिति चिंताजनक है और जल्द कार्रवाई की जरूरत बताई है। सूत्रों ने कहा कि कश्मीर ऐसी प्रवृत्ति का गवाह बन रहा है जहां युवा लड़के इस बात को पूरी तरह से जानते हुए आतंकवाद का रास्ता अपना रहे हैं कि उनके मारे जाने का खतरा है। सूत्रों ने कहा कि जिन इलाकों के युवक लापता बताए जा रहे हैं, उनमें मुख्य रूप से शोपियां, कुलगाम, पुलवामा और दक्षिण कश्मीर के अवंतिपुरा के कुछ भाग तथा श्रीनगर के खास इलाके शामिल हैं।

 

आतंकवादियों को है क्षेत्र के बारे में पूरी जानकारी

सूत्रों ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के विभिन्न इलाकों में विदेशी आतंकवादियों के स्थानीय प्रशिक्षित आतंकवादियों के साथ घूमने की भी खबर है जिन्हें इस क्षेत्र के बारे में पूरी जानकारी है। आतंकवादियों को पकडऩा या उनसे संवाद स्थापित करना पहले से ज्यादा मुश्किल हो गया है, क्योंकि घाटी में उनके कार्यकत्र्ताओं का स्थानीय नैटवर्क मजबूत हो गया है और आतंकवादियों को जवानों के आने-जाने की खबर मिल जाती है।

 


विभिन्न सुरक्षा एजैंसियों द्वारा तैयार प्रतिदिन की खुफिया जानकारियों में रोजाना आतंकवाद में नए सदस्यों की सूची में नए नाम जुड़ रहे हैं जो इन क्षेत्रों में पुलिस के लिए गहरी चिंता का कारण है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से घुसपैठ करने वाले आतंकवादी विभिन्न स्थानीय आतंकी संगठनों में बराबर-बराबर बंट जाते हैं जो उन्हें स्थानीय स्थिति तथा भागने के रास्तों के बारे में बताने के साथ क्षेत्र के जमीनी कार्यकर्ताओं के मोबाइल नंबर उपलब्ध करवाते हैं। हाल में गिरफ्तार हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी अमीर वागे ने आगामी महीनों में आतंकवाद बढऩे की चेतावनी दी है।

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