भारत-पाक के बीच तनाव के बीच कारवां-ए-अमन का सफर जारी

Monday, Sep 26, 2016 - 06:26 PM (IST)

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में गत रविवार को उरी में हुए आतंकवादी हमले में 18 सैनिकों के शहीद होने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बावजूद श्रीनगर और पाकिस्तान के कब्जे वाले मुजफ्फराबाद के बीच चलने वाली कारवां-ए-अमन बस का सफर जारी है।   

आधिकारिक सूत्रों ने यूनीवार्ता को बताया कि यह साप्ताहिक बस आज सुबह श्रीनगर के कमान पोस्ट से रवाना हुई। यह पोस्ट नियंत्रण रेखा पर उरी सेक्टर में भारतीय सेना का आखिरी पोस्ट है। बस सुबह आठ बजे सुरक्षित उरी पहुंच गई थी। कश्मीर घाटी में जारी उपद्रव के बावजूद गत 11 और 18 जुलाई को छोड़ बस सेवा जारी है। अनंतनाग के कोकरनाग में गत आठ जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के अगले दिन नौ जुलाई से घाटी में जारी हिंसा के दौरान सुरक्षा बलों और पुलिस कार्रवाई में 84 लोग मारे गए हैं और 9000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।  

गत 11 और 18 जुलाई को अलगाववादियों के हड़ताल के आह्वान के कारण सुरक्षा वजहों से बस सेवा को स्थगित कर दिया गया था। गत चार जुलाई को ईद और 12 सितंबर को ईद उल अजहा के कारण यह बस नहीं चलाई गई थी। उपद्रव के दौरान श्रीनगर से तड़के कमान पोस्ट के लिए रवाना की जाती है। ऐसा पथराव से बचने के लिए किया जाता है क्योंकि दिन में ऐसी घटनाओं की आशंका बनी रहती है। इसी प्रकार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से आने वाले लोगों को देर रात पथराव से बचने के लिए अपने गंतव्य की ओर यात्रा शुरू करने से पहले उरी में इंतजार करना होता है। इस बस सेवा की शुरुआत वर्ष 2005 में सात अप्रैल को हुई थी। इससे 1947 में विभाजन के दौरान अलग हुए हजारों परिवारों को एक-दूसरे से मिलने का मौका मिलता है। यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय पासपोर्ट केे बजाय ट्रैवल परमिट पर यात्रा की इजाजत होती है। हालांकि दोनों ओर की खुफिया एजेंसियों द्वारा नामों की मंजूरी दिये जाने के बाद ही लोगों को यात्रा की इजाजत दी जाती है।  

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