स्कूल में बिना छत के पढ़ाई कर रहे छात्र, ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी

Tuesday, Oct 22, 2019 - 05:55 PM (IST)

पुंछ: जिले की मंडी तहसील के मिडल स्कूल डोगियां में पढ़ने वाले 60 से अधिक विद्यार्थी पिछले कई वर्षों से सुविधाओं के अभाव में शिक्षा ग्रहण करने को मजूबर है।आलम यह है कि स्कूल के खस्ता हाल कमरे जहां पर बैठ कर पढ़ाई करना काफी कठिन हो रहा है। ऐसे में ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर स्कूल इमारत का निर्माण नहीं हुआ तो जल्द ही आंदोलन होगा। 



वहीं बच्चों के अभिभावकों और ग्रामीणों में इस बात को लेकर भारी रोष व्याप्त है कि स्कूल के लिए करीब एक दशक पहले नई इमारत का निर्माण कार्य शुरू करवाया गया था। जोकि लैंटर लैवल होने के बाद आज भी वहीं का वहीं पड़ा हुआ है। आज तक उस इमारत पर लैंटर तक नहीं डाला गया जिसके कारण स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को काफी मुशकिलों का सामना करना पड़ता है।जम्मू कश्मीर को केन्द्र शासित प्रदेश बनाए जाने के तीन महीने बीत जाने के बाद भी मिडल स्कूल डोगियां की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया है। हमें इस बात की आशा थी कि अब जिले में स्कूलों और शिक्षा का हालत सुधरेगा पर वो नहीं सुधरा है।



बच्चों रहीम,आकिब,जोया आदि का कहना है कि हमारे स्कूल में पुराने तीन कमरे थे जिनकी टीन की आधी छत कुछ वर्ष पहले उढ़ गई थी। जिसके बाद उसकी दिवारें और फर्श का बुरा हाल हो गया है कमरों में पोधे उग आए हैं एक कमरा जिसमें आफिस है बारिश के दिनों में बड़ी कक्षाएं वहीं लगाई जाती है और छोटी कक्षाओं को छुटटी कर दी जाती है। जबकि अन्य दिनों में हम बरसों से निर्माणाधिन बिना छत की इमारत में पढ़ाई करने को मजबूर हैं।



इंर्चाज जोनल शिक्षा अधिकारी मोहम्मद असलम कोहली का कहना है कि उनके पास मिडल स्कूल डोगियां का मामला आया है उसके निर्माण में लगा ठेकेदार काम अधूरा छोड़ कर भाग गया है उस ठेकेदार ने हमारे जोन में एक ओर स्कूल को भी अधूरा बना कर छोड़ दिया है। हतने उसे कई बार पत्र लिखे पर उसने उत्तर ही नहीं दिया अब हम उसके खिलाफ पुलिस में एफ आई आर दर्ज करवाने जा रहे हैं। हमारी कोशिश रहेगी की अधूरी इमारत का निर्माण कार्य जल्दी पूरा करवाया जाए। 

rajesh kumar

Advertising