घाटी में हड़ताल जारी, सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर

Saturday, Oct 05, 2019 - 07:00 PM (IST)

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को समाप्त हुए दो महीने से अधिक समय हो गया है लेकिन केन्द्र सरकार के इस कदम के विरोध में शनिवार को हड़ताल जारी रही और सुरक्षा बल के जवान कानून-व्यवस्था की किसी भी समस्या से निपटने के लिए हाई अलर्ट पर हैं। 



केन्द्र सरकार ने पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद को समाप्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित करने का निर्णय लिया था। अधिकारियों ने कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान कश्मीर घाटी में कुल मिलाकर स्थिति शांतिपूर्ण है और इसके किसी भी हिस्से में कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध नहीं हैं लेकिन कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर धारा 144 के तहत प्रतिबंध जारी है। 



घाटी में पांच अगस्त से ट्रेन सेवा, मोबाइल फोन और इंटरनेट कनेक्टिविटी निलंबित है और यहां छात्र स्कूल नहीं जा पा रहे हैं जिससे उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है। प्रतिबंधों में ढील दी गई है लेकिन शहर-ए-खास में ऐतिहासिक जामा मस्जिद पांच अगस्त से नमाजियों के लिए बंद है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जामिया माकेर्ट और मस्जिद के बाहर केंद्रीय अर्धसैनिक बल (सीपीएमएफ) के जवान तैनात हैं। मस्जिद में नमाज अदा करने की इजाजत नहीं है।



घाटी में दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठानें बंद हैं और सड़कों पर वाहन भी कम ही चल रहे हैं। शहर में मुख्य सड़कों पर स्थित सरकारी कार्यालय और बैंक भी बंद हैं। श्रीनगर और इसके आसपास के क्षेत्रों में पिछले 62 दिनों से व्यावसायिक और अन्य गतिविधियां बंद हैं। शनिवार को स्टेट रोड ट्रांसपोटर् कॉर्पोरेशन (एसआरटीसी) बसों समेत सार्वजनिक परिवहन सड़कों से गायब दिखे लेकिन निजी वाहनों का परिचालन देखा गया। श्रीनगर में ऐतिहासिक लाल चौक और अन्य क्षेत्रों में सुबह छह बजे से नौ बजे तक तीन घंटों के लिए दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुले रहे और पूरे दिन के लिए फिर बंद हो जा रही हैं। 
 

rajesh kumar

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