हनुमंथप्पा के जिंदगी के लेकर सामने आई चौंकाने वाली बात सामने!
Wednesday, Feb 10, 2016 - 06:32 PM (IST)
जम्मू: लांस नायक हनुमंथप्पा कोप्पड़ की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। उन्होंने शांति वाले क्षेत्रों को चुनने के बजाय कठिन क्षेत्रों को चुना और संघर्ष के क्षेत्रों में 10 साल तक लड़े। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘बहादुर सैनिक ने उच्च स्तर का पहल प्रदर्शित किया और अपनी 13 साल की कुल सेवा में से 10 साल कठिन और चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में सेवा दी है।’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘33 वर्षीय सेवारत सैनिक 25 अक्तूबर 2002 को मद्रास रेजीमेंट की 1 वीं बटालियन में शामिल हुए थे और बेहद प्रेरित और शारीरिक रूप से तंदरूस्त है उसने शुरूआत से ही चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों को चुना।’’
गौरतलब है कि सियाचिन ग्लेशियर में छह दिन तक बर्फ के नीचे दबे रहने के बाद हनुमंथप्पा को चमत्कारिक तरीके से जीवित पाया गया था। हनुमंथप्पा को सोमवार को जिंदा पाया गया था। वह छह दिन तक 25 फुट बर्फ के नीचे दबे रहे जब पाकिस्तान के साथ लगी नियंत्रण रेखा के करीब 1 हजार 600 फुट की उंचाई पर हिमस्खलन ने उनकी चौकी को अपनी जद में लिया। उस उंचाई पर तापमान शून्य से 45 डिग्री सेल्सियस कम था।