सीआरपीएफ पर फिदायीन हमले के बाद श्रीनगर में सुरक्षा कड़ी

Monday, Jun 27, 2016 - 12:01 PM (IST)

श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर पांपोर कस्बे के फ्रेस्ताबल इलाके में गत रात केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सी.आर.पी.एफ.) पर फिदायीन हमले के बाद ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस दौरान सी.आर.पी.एफ. पर घातक हमले के बाद यहां तनाव पैदा हो गया है।


रिपोर्टों के आधार पर पुलिस और अद्र्धसैनिक सैनिकों ने महत्वपूर्ण चौराहों के साथ साथ राजधानी से बाहर जाने वाली सडक़ों पर बाड़ स्थापित कर दिए हैं। वाहनों को रोका और तलाशी ली जा रही है।


पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह एक मानक संचालन प्रक्रिया है। घाटी में पर्यटन सीजन अपने चरम पर है, इसलिए हम कोई जोखिम नही लेना चाहते है। सडक़ों पर उपस्थिति को बढ़ाना विघटनाकारी ताकतों को यह संदेश देना है कि उनको उनके नापाक इरादों में सफल होने की इजाजत नही दी जाएगी।


गत रात के फिदायीन हमले के बाद अस्थिर राज्य का सुरक्षा ग्रिड हिल गया है। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तोयाब ने ली। संगठन के दो आतंकी कथित तौर पर कार में सवार थे और पांपोर के फ्रेस्ताबल इलाके में श्रीनगर जा रही सी.आर.पी.एफ. बस पर अंधाधुंध गोलीबारी की।


फिदायीन हमले का स्थल जम्मू कश्मीर ई.डी.आई. जहां गत फरवरी को इसी तरह का घातक हमला हुआ था से कुछ किलोमीटर की दूरी पर है।
सी.आर.पी.एफ. के महा निरीक्षक (आई.जी.) नलीन प्रभात ने कहा कि आतंकवदियों ने सी.आर.पी.एफ. बस के अंदर घुसने की कोशिश की लेकिन दोनो को सुरक्षाबलों के एक अन्य दल ने ढ़ेर कर दिया। मारे गए दोनो आतंकियों की अभी तक पहचान नही हो पाई है।
पांपोर हमला कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने वाला चौथा हमला है। हाल ही में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमलों में तेजी लाने की चेतावनी दी थी।


पांपोर हमले में मारे गए आतंकी विदेशी माने जा रहे है। गत 24 2013 को श्रीनगर के हैदरपुरा इलाके में सैन्य काफिले पर घातक हमले जिसमें सेना के नौ जवानों की मौत हो गई के बाद पांपोर हमला घातक था।


गत 3 जून को आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर के बिजबिहाडा इलाके में बी.एस.एफ. काफिले पर हमला किया। हमले में बी.एस.एफ. के दो जवानों की मौत हो गई थी। अगले दिन आतंकियों ने अनंतनाग जिला में जनरल बस अड्डे के पास तीन पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। श्रीनगर में पुलिसकर्मियों की हत्या के लिए इसी तरह का हमला किया गया।
 

Advertising