घाटी में पथराव के चलते सेना ने किया लाठीचार्ज, धारा 144 लागू

Sunday, Sep 29, 2019 - 04:16 PM (IST)

श्रीनगर: जम्मू -कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने के 56 वें दिन बाद भी कश्मीर घाटी में हालात सामान्य नहीं हो सके हैं। इस बीच शहर में शनिवार शाम को कश्मीर और कई निचले क्षेत्रों में पथराव कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।



पथराव में 10 से अधिक वाहन नष्ट हो गए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि घाटी में कहीं भी कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध नहीं है लेकिन चार या अधिक लोगों के एक साथ एकत्र होने से रोेकने के लिए धारा 144 लागू है और इसेे एहतियाती तौर पर लगाया गया है। घाटी में इस समय लैंडलाइन सेवाएं सामान्य रूप से काम कर रही हैं लेकिन भारत संचार निगम लिमिटेड और सभी सेलुलर कंपनियों की मोबाइल तथा इंटरनेट सेवाएं स्थगित हैं। ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के सभी गेट पांच अगस्त से बंद हैं और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मस्जिद के आसपास तथा बाजार में भारी संंख्या में अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात हैं।



यह क्षेत्र मीरवाइज मौलवी उमर फारूक का गढ़ माना जाता है और इस मस्जिद में पांच अगस्त के बाद कोई नमाज अदा नहीं की जा सकी है। श्रीनगर और आसपास के क्षेत्रों में दुकानें तथा व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं और सड़कों पर सार्वजनिक परिवहन भी नहीं है लेकिन निजी वाहन कम संंख्या में चल रहे हैं। सिविल लाइंस और ऐतिहासिक लाल चौक भी सूने पड़े हैं और यहां भी काफी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।मिली जानकाकीर के अनुसार दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में कुछ संवेदनशील स्थानों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।



यहां दुकानें तथा व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद है और सड़कों पर वाहन भी नदारद हैं। इसी तरह की रिपोटर्ट कुलगाम, शोपियां, पुलवामा, पम्पोर, त्राल और अवंतीपोरा से मिली हैं। कुपवाड़ा, बारामूला, पाटन, सोपोर, हंदवारा और उत्तर कश्मीर के अजस में हालात में कोई बदलाव नहीं है। मध्य कश्मीर के गंदेरबल तथा बड़गाम में भी बंद की रिपोट मिली हैं। दक्षिण कश्मीर के बारामूला से जम्मू क्षेत्र के बनिहाल में ट्रेन सेवाएं सुरक्षा कारणों से स्थगित हैं।
 

rajesh kumar

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