सरपंचों ने किया बैक-टू-विलेज कार्यक्रम के दूसरे चरण का विरोध

Saturday, Nov 23, 2019 - 02:15 PM (IST)

कठुआ(गुरप्रीत): जिला कठुआ की विभिन्न पंचायतों के सरपंचों ने सरकार द्वारा शुरू किए जा रहे बैक-टू-विलेज प्रोग्राम के दूसरे चरण का विरोध जताया है। कठुआ मुख्यालय पर आयोजित पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए सरपंच विक्की शर्मा ने कहा कि पहले चरण के बैक-टू-विलेज कार्यक्रम के तहत अधिकारियों को पंचायतों में भेजा गया था, जिन्होंने पंचायतों में समस्याओं को जाना था, लेकिन समस्याओं का समाधान अब तक नहीं हो पाया है।

पंचायतों को 2-2 लाख रुपए भी दिए गए, लेकिन विकास के कार्य जमीनी स्तर पर नहीं हो पाए। पंचायतों में विकास एक तरह से ब्लॉक होकर रह गया है। उन्होंने कहा कि एक साल होने को आया है, लेकिन उन्हें यह जानकारी नहीं है कि विकास कार्यों के लिए मैटीरियल कहां से आएगा, वे अपना सरपंच का काम कैसे करेंगे, यह भी क्लीयर नहीं है। बैक-टू-विलेज कार्यक्रम में 15 हजार रुपए तक खर्च आ जाता है, लेकिन सुनने में आया है कि पूर्व में इस कार्यक्रम के तहत खर्च प्रति पंचायत 2 हजार रुपए निर्धारित किया गया है, जिसके अनुदान का भी कुछ पता नहीं है।

शर्मा ने कहा कि अगर पहले चरण के कार्यक्रम के बाद कोई नतीजा नहीं निकला तो फिर दूसरे चरण के बैक-टू-विलेज कार्यक्रम का क्या औचित्य रह जाता है। वहीं सरपंच शिवदेव सिंह ने कहा कि पंचायतों के विकास को लेकर लोग उनसे पूछते हैं। उन्हें स्कूलों में न्यूट्रीशियन को लेकर जिम्मेदारियां दी गई हैं, लेकिन अन्य काम को लेकर जिम्मेदारियां विभागों ने अपने पास रखी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जो टाइल बाजार में 9 रुपए की मिलती है उसे विभाग ज्यादा दामों में खरीदता है। सरकार को चाहिए कि वह पंचायतों के सशक्तिकरण को लेकर जमीनी स्तर पर काम करे, नहीं तो सरपंच वर्ग भी अपने लोगों और अपनी पंचायतों के हितों को लेकर चुप बैठने वाला नहीं है। पत्रकारवार्ता में अन्य विभिन्न पंचायतों के सरपंच मौजूद थे। 

rajesh kumar

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