ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुए हमले के विरोध में जम्मू में प्रदर्शन

Saturday, Jan 04, 2020 - 06:17 PM (IST)

जम्मू: पाकिस्तान में गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर भीड़ के हमले और पत्थरबाजी की घटना की निंदा करते हुए शनिवार को यहां कई सिख संगठनों और शिवसेना डोगरा फ्रंट (एसएसडीएफ) ने अलग-अलग प्रदर्शन किए। अधिकारियों ने बताया कि शहर के अलग-अलग हिस्सों और पुंछ जिले में प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए और प्रधानमंत्री इमरान खान के पुतले जलाए। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण ढंग से वहां से हट गए। शुक्रवार को एक भीड़ ने गुरुद्वारे पर हमला किया था। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव का जन्म यहीं हुआ था। 



ऑल पार्टीज सिख कोऑर्डिनेशन कमिटी (एपीएससीसी) के अध्यक्ष जगमोहन सिंह रैना ने एक बयान में कहा पाकिस्तान में ऐसे तत्व हैं जो सिख समेत अल्पसंख्यकों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। इसके लिए जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय करने के लिए तुरंत जांच हो ताकि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि यह ऐसे समय में हुआ है जब करतारपुर गलियारे के खुलने को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते में थोड़ी नरमी आई थी। गुरुद्वारे पर हमला थोड़ा संदिग्ध है। उन्होंने अपने समुदाय के सदस्यों से विभाजनकारी तत्वों के खिलाफ सतर्क रहने को कहा है।



सिख यूनाइटेड फ्रंट के अध्यक्ष एस सुदर्शन सिंह वजीर ने हमले की निंदा की और समुदाय से अनुरोध किया कि वे घटना के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करें। उन्होंने मांग की पाकिस्तान को निश्चित रूप से दोषियों की पहचान करनी चाहिए और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए। कांग्रेस और भाजपा की जम्मू कश्मीर इकाइयों ने भी घटना की निंदा की है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता रवींदर शर्मा ने दोनों देशों के बीच तनाव पैदा करने वाले तत्वों पर लगाम लगाने और उन्हें नियंत्रित करने में नाकाम रहने के लिए पाकिस्तान सरकार को जिम्मेदार ठहराया और पाकिस्तान की ओर से घटना को दुर्भावना से प्रेरित तथा शर्मनाक बताया। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक रमेश अरोड़ा ने कहा कि हमले ने पाकिस्तान की राजकीय नीति को उजागर किया है जो हिंसा को तरजीह देती है और जीवन के हर क्षेत्र में इस्लामी कट्टरवाद को बढ़ावा देना चाहती है।

rajesh kumar

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