पिछले सात दिनों से PHE कर्मी हड़ताल पर, पानी सप्लाई ठप्प

Saturday, Feb 15, 2020 - 07:19 PM (IST)

राजौरी(अमित शर्मा): अपनी लंबित मांगों लेकर पीएचई विभाग के अस्थायी कर्मचारी पिछले सात दिनों से काम छोड़ हड़ताल पर है। इससे सीमावर्ती जिला पुंछ व जिला राजौरी के ग्रामीणों क्षेत्रों में पेयजल किल्लत गंभीर हो गई है। कामछोड़ हड़ताल के कारण सातवें दिन भी पानी सप्लाई ठप रही। इससे इससे ग्रामीणों में राज्य प्रशासन और पीएचई विभाग के खिलाफ रोष पनप रहा है। हड़ताल पर चल रहे पीएचई के अस्थायी कर्मचारियो ने राज्य प्रशासन विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई उनकी हड़ताल जारी रहेगी। कर्मचारियों ने कहा कि हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। वेतन समस्या के चलते वे अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज पा रहे हैं। खाने के लाले पड़ गए हैं।



पूर्व सरकार व मौजूदा प्रदेश प्रशासन भी हमारी समस्या को नजरअंदाज कर रहा है। प्रदर्शन में नजीर हुसैन मुहम्मद मुश्ताक अहमद, सतीश कुमार, राजेश कुमार आदि ने कहा कि उनकी पुरानी मांग को पूरा नहीं किया जा रहा है। सरकारी नौकरी की आयु पार करने पर कईं लोग मानसिक रोग से ग्रस्त हो रहे हैं। इसके लिए संबंधित विभाग जिम्मेदार है। उन्होंने विभाग पर कर्मचारियो को गुमराह करने का आरोप लगाया। कर्मचारियों को पीएचई विभाग में स्थायी नहीं किया जा रहा है। पिछले 57 माह से बकाया वेतन नहीं मिला है। जिस वजह से कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार की ओर से स्थायी करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। पिछले कई वर्षों से विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे है, बावजूद किसी भी मांग को पूरा नहीं किया जा रहा है।



कर्मचारियों ने कहा कि वेतन न मिलने के कारण बच्चों को स्कूल नहीं भेज पा रहे हैं। विभाग वेतन जल्द से जल्द जारी करे। विभाग हम से बोचर मांग रहें है। अगर समस्याओं को जल्द दूर न किया गया तो काम छोड़ो आंदोलन ओर तेज किया जाएगा। मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ेगा। वहीं पीएचई कर्मचारियों के सातवें रोज भी हड़ताल जारी रहने से पानी की सप्लाई ठप रही। जिन जिन स्टेशनों व लाइनों में अस्थायी कर्मचारी नियुक्त थे, उन इलाकों में पानी की सप्लाई नहीं हो पाई। हालांकि, जहां पर स्थायी कर्मचारी पहले से ही नियुक्त हैं, उन लाइनों व स्टेशनों से पानी की सप्लाई सुचारु रही। अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की सप्लाई नहीं हो पाई।

rajesh kumar

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