PDP नेता अब्दुल क्यूम वानी ने छोड़ी पार्टी, छह माह से थे नजरबंद

Thursday, Mar 12, 2020 - 04:46 PM (IST)

श्रीनगर: अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद करीब छह माह तक नजरबंद रहने के बाद अब्दुल क्यूम वानी ने पीडीपी से नाता तोड़ दिया है। इस मामले में उन्होंने इस्तीफे का एलान कर कहा कि वह फिलहाल सभी राजनीतिक गतिविधियों के से दूर रहेंगे और एक आम कार्यकर्ता के रुप में जम्मू कश्मीर के आर्थिक हितों के संरक्षण के लिए हमेशा प्रयासरत रहेंगे।



साल 2019 में अब्दुल क्यूम वानी ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी का दामन थामा था। वह उत्तरी कश्मीर की संसदीय सीट बारामुला-कुपवाड़ा पर पीडीपी के उम्मीदवार भी रहे। पीडीपी में शामिल होने से पहले वह प्लायज जायंट एक्शन कमेटी जम्मू कश्मीर के अध्यक्ष भी थे। वानी ने अपने इस्तीफे एलान करने के बाद कहा मैने कभी पैसे के लिए सियासत को नहीं चुना था। मैंने सिर्फ जम्मू कश्मीर के राजनीतिक, सामाजिक, संवैधानिक हितों और कश्मीर मसले के शांतिपूर्ण समाधान के लिए ही चुनाव लड़ा था। पीडीपी छोड़ने वाले अब्दुल क्यूम वानी ने कहा कि सियासत में मेरा कार्यकाल एक साल रहा है और इसमें से भी छह माह मैने जेल में ही बिताए हैं।



बता दें कि पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 को लागू किए जाने के बाद जम्मू कश्मीर प्रशासन द्धारा हिरासत में लिए गए नेताओं में अब्दुल क्यूम वानी भी शामिल थे। उन्हें सेंट्रल जेल में नजरबंद किया गया था। उन्हें एक माह पहले ही रिहा किया गया है। जिसके बाद उन्होंने आज पीडीपी छोड़ने का एलान किया।

rajesh kumar

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