NPP ने घाटी में लोकतंत्र को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए राष्ट्रपति के हस्तक्षेप की मांग की

Sunday, Oct 13, 2019 - 07:22 PM (IST)

जम्मू: भाजपा पर जम्मू कश्मीर की लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए नेशनल पैंथर्स पार्टी (एनपीपी) ने राज्य में ‘संवैधानिक गारंटियों' को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए रविवार को राष्ट्रपति के हस्तक्षेप की मांग की। 



दलीय प्रणाली की ओर बढ़ रही घाटी
उसने यह मांग भी की कि यह सुनिश्चित किया जाए कि राज्य में प्रखंड विकास परिषद् के चुनाव में विपक्षी दलों को तर्कसंगत जगह मिले और चुनाव ‘स्वतंत्र एवं निष्पक्ष' ढंग से हो। एनपीपी ने उसके अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री हर्षदेव सिंह द्वारा राष्ट्रपति भवन को सौंपी गई याचिका में कहा जम्मू कश्मीर में लोग महसूस कर रहे हैं कि राज्य एक दलीय प्रणाली की ओर बढ़ रहा है और सत्तारूढ़ भाजपा विपक्षी दलों को तर्कसंगत स्थान से वंचित कर रही है। राज्य में लोकतंत्र जीवनरक्षक प्रणाली पर है और हांफ रहा है।

याचिका में कहा गया है तानाशाही प्रशासन से न केवल राजनीतिक दल डरे हुए हैं बल्कि आम लोग भी प्रतिहिंसा के डर से अपनी भावना व्यक्त करने के लिए अनिच्छुक हैं। उसने यह भी कहा कि कई ऐसे निर्णय, जो निर्वाचित विधायिका का विशेषाधिकार है, कार्यपालिका द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल एवं परिपाटियों का उल्लंघन कर लिए गए हैं। 

rajesh kumar

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