अब बदलेगी बार्डर के युवाओं की किस्मत, जिले में एक साथ 3 से 4 भर्तियां

Saturday, Oct 12, 2019 - 05:03 PM (IST)

साम्बा(अजय): जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटे के बाद आतंकवादियों व अलगाववादी ताकतों को करारी मात देते हुए केंद्र सरकार अब राज्य के युवाओं को बेहतर नौकरियां देने के लिए लागतार काम कर रही है। इसी के तहत युवाओं को पुलिस व सेना में नौकरियां देने की शुरुआत कर दी गई है। जिले में एक साथ तीन से चार भर्तियां आने से युवाओं में काफी खुशी है और युवा उम्मीद कर रहे हैं कि इससे बेरोजगारी में भी कमी आएगी। मौजदा समय में जम्मू-कश्मीर पुलिस में अंतरराष्ट्रीय सीमा में रहने वाले युवाओं के लिए भर्ती के आवेदन पत्र भरे जा रहे हैं जिसके आवेदन जमा करवाने के लिए युवाओं की लम्बी-लम्बी कतारें लगी हैं और इसके साथ-साथ 2 महिला बटालियनों के लिए भी आवेदन जमा करवाए जा रहे हैं।

कश्मीर संभाग के 5-5 जिलों में भर्ती प्रक्रिया चलेगी
जिला पुलिस लाइन साम्बा में स्पैशल पुलिस ऑफिसर (एस.पी.ओ.) की भर्ती के लिए भी काफी सारे युवाओं ने अपना पंजीकरण करवाया है। इस सभी के लिए अभी भर्ती की तारीख निकलाना बाकी है। वहीं, इसके साथ-साथ सेना की टौरिटोरियल आर्मी(टी.ए) की ओर से 21 अक्टूबर से लेकर 25 तक जिले के बड़ी ब्राह्मणा में भर्ती रैली की जा रही है। इसके साथ ही जिला साम्बा के शेर बच्चा स्टेडियम में 4 नवम्बर को भर्ती होने जा रही है जिसके लिए कई युवाओं ने ऑनलाइन पंजीकरण भी करवा लिया है। जिला पुसिल अधिकारियों के अनुसार जम्मू संभाग व कश्मीर संभाग के 5-5 जिलों में भर्ती प्रक्रिया चलेगी।

जिला साम्बा पुलिस लाइन में भर्ती का फार्म भरने के लिए पहुंचे युवा अनिल कुमार, साहिल शर्मा ने कहा कि उनका बचपन से ही सपना था कि देश की सेवा करने केलिए उन्हें पुलिस या सेना में नौकरी मिले, जिसके लिए अब बहुत अच्छा मौका मिल रहा है। उन्होंने कहा कि वे लम्बे समय से फार्म भरने की तैयारी कर रहे थे औऱ इस बार अच्छी पोस्टों के साथ ये भर्तियां निकली हैं, जिससे उम्मीद की जा रही कि बार्डर के युवा भी आगें पहुंचेंगे।



मौका है अपने दुश्मनों को करार जवाब देने का
युवाओं ने कहा कि बार्डर पर रह कर पाकिस्तान की गोलियां सुनने की उन्हें आदत पड़ गई है और अब मौका है कि वे अपने दुश्मनों को करारा जवाब दें। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी खत्म करने के लिए सरकार का यह सराहनीय कदम है। उल्लेखनीय है कि भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा से 10 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले युवाओं के लिए 2 बटालियनें बनाई जांएगी, जबकि युवतियों के लिए भी 2 बटालियनें बननी है और इसमें 60 प्रतिशत हिस्सा सीमा पर रहने वाली युवतियों को मिलेगा।

rajesh kumar

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