नागरिक संशोधन बिल: मुसलमानों ने कहा, मर जाएंगे लेकिन जम्मू से नहीं जाएंगे

Tuesday, Dec 10, 2019 - 04:49 PM (IST)

जम्मू: सोमवार को भारी हंगामें के बीच नागरिकता संशोधन बिल पास हो गया है। वहीं बिल पास होने के बाद केंद्र सरकार ने अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या परिवारों को वापस भेजने के संकेत दे दिए हैं। बिल पास होने के बाद जम्मू-कश्मीर में रह रहे रोहिंग्या परिवारों के लिए असमंजस की स्थिति बन गई है, क्योंकि अब वह जाएं तो कहा जाएं। जम्मू में रह रहे अवैध परिवारों का कहना है कि मर जाएंगे लेकिन जम्मू से नहीं जाएंगे।



दरअसल, जम्मू के भटिंडी और आस-पास के इलाकों में वर्मा और म्यांमार से आए सेंकड़ों रोहिंग्या परिवार पिछले 10 सालों से रह रहे हैं। वैसे तो इन परिवारों को जम्मू से निकालने की मांग पिछले काफी समय से चली आ रही है। सोमवार को लोकसभा में नागरिकता बिल पास होन के बाद इस परिवारों को जम्मू से बाहर जाने के संकेत मिल गए हैं।



वर्मा से आकर जम्मू में बसे अमानतुल्लाह ने बिल पास होने के बाद कहा कि वो जम्मू से अपने देश तभी जाएंगे जब वहां शांति स्थापित होगी। उनका कहना थाकि वर्मा में हो रहे जुल्मों से तंग आकर ही उन्होंने जम्मू का रूख किया था। ऐसे में सरकार हमें जबरदस्ती यहां से निकालेगी तो हम मरना पंसद करेंगे लेकिन जम्मू से नहीं जाएंगे। जम्मू की रोहिंग्या बस्ती में रहने वाले अब्दुल सलाम का कहना है कि नागरिकता संशोधन बिल पास होने की खबर अच्छी नहीं है। उन्होंने अगर सरकार हमें निकालती है तो हम उस जगह बसेंगे जहां उनकी व परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित हो।



आपको बता दें कि जम्मू के विभिन्न इलाकों में 5,734 रोहिंग्या मुसलमान रह रहे हैं। जम्मू के कुछ बस्तियां रोहिग्यों से भरी हुई है। सूत्रों के मुताबिक जम्मू की तीन दर्जन से अधिक बस्तियों में 20 हजार से अधिक रोहिंग्या मुसलमान रह रहे हैं। सराकारी प्रावधानों के मुताबिक एक बस्ती से तीन दर्जन से अधिक आधार कार्ड रोहिंग्या शरणार्थियों से बरामद किए गए हैं।

rajesh kumar

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