लोकसभा चुनाव: राजनीतिक दलों ने कसी कमर, दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के अलावा कई अन्य दिग्गज ठोक सकते हैं ताल

punjabkesari.in Friday, Mar 01, 2024 - 07:50 PM (IST)

जम्मू/श्रीनगर : अगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर लगभग सभी राजनीतिक दल जम्मू-कश्मीर और लद्दाख संसदीय सीटों पर अपने उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं। इसी बीच ऐसी खबरें आ रही हैं कि दो पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती एवं उमर अब्दुल्ला क्रमश: अनंतनाग तथा श्रीनगर निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार इस बात की प्रबल संभावना है कि दक्षिण कश्मीर की अनंतनाग लोकसभा सीट पर पीपुल्स डैमोक्रटिक पार्टी (पी.डी.पी.) का प्रभाव नेश्नल कांफ्रैस (नेकां) से कहीं अधिक है। सूत्रों की माने तो सीटों के आबंटन पर हुई चर्चा के दौरान अस्थायी रूप से इसे महबूबा मुफ्ती को आबंटित करने पर सहमति बनी है, हालांकि इन व्यवस्थाओं के संबंध में औपचारिक घोषणाएं अभी बाकी हैं जिसके उपरांत ही इस बारे में स्थितियां स्पष्ट होंगी। 

वहीं घाटी में इंडिया अलायंस के संभावित उम्मीदवारों को लेकर तेज होती अटकलबाजियों के बीच कई प्रमुख हस्तियां इस दौड़ में सबसे आगे बनकर उभर रही हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के श्रीनगर से चुनाव लड़ने की उम्मीद है, जबकि उत्तरी कश्मीर के युवा नेता आगा रूहल्ला और सज्जाद कारगिली अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में नेकां का प्रतिनिधित्व कर सकते तैयार हैं। इस बीच दक्षिण कश्मीर की सीट के लिए पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती स्वयं प्रतिस्पर्धा कर सकती हैं जिनको एक प्रमुख गुज्जर-बकरवाल नेता द्वारा समर्थन दिए जाने के संकेत हासिल हो रहे हैं। इसके अलावा सज्जाद गनी लोन की जम्मू कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रैंस (पी.सी.) ने भी उत्तरी कश्मीर की बारामूला सीट के लिए पार्टी अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन के ही नाम की घोषणा की है तथा पार्टी का कहना है कि जल्द ही कश्मीर डिवीजन में स्थित दो अन्य सीटों के बारे में भी घोषणा कर दी जाएगी। 

राजनितिक गलियारों की रिपोर्टों से यह बात भी सामने आ रही है पीपुल्स कॉन्फ्रैंस श्रीनगर निर्वाचन क्षेत्र के लिए प्रमुख ट्रेड यूनियन नेता और पूर्व विधायक मोहम्मद खुर्शीद आलम पर भारी भरोसा कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार आलम को विभिन्न कर्मचारी संगठनों समेत पुराने श्रीनगर शहर से व्यापक समर्थन हासिल है जो राजनीतिक युद्ध के दौरान परिस्थितियों को बदलने में सक्षम साबित हो सकता है। हालांकि पीपुल्स कॉन्फ्रैंस ने स्पष्ट कर दिया है कि वह जम्मू संभाग से चुनाव नहीं लड़ेगी ताकि वोट न बंटन पाए। वहीं पी.डी.पी. से अलग हुए एक अन्य नेता को पार्टी दक्षिण कश्मीर से चुनावी मैदान में उतार सकती है। 

इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख विकार रसूल वानी ने संकेत दिया है कि मार्च के शुरुआती सप्ताह में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में लोकसभा सीटों के संबंध में महत्वपूर्ण घोषणा कर दी जाएगी। उनका कहना है कि 6 संसदीय सीटों के आबंटन के संबंध में चर्चा जारी है तथा मार्च के पहले सप्ताह तक एक निश्चित घोषणा की जाएगी। वानी ने कहा कि गठबंधन के भीतर सभी दल सहयोगी उम्मीदवार को मजबूत करने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों में लगे हुए हैं तथा उम्मीदवारों के नामों का जल्द ही खुलासा किया जाएगा।

ये भी पढ़ेंः- जम्मू-कश्मीर के स्कूलों में शीतकालीन छुट्टियों में हुई बढ़ौतरी


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Neetu Bala

Recommended News

Related News