कश्मीर में लगातार 53वें दिन रहा जनजीवन अस्तव्यस्त

punjabkesari.in Thursday, Sep 26, 2019 - 05:50 PM (IST)

श्रीनगर: घाटी में गुरुवार के दिन भी छात्र स्कूल नहीं पहुंचे, बाजार बंद रहे और सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद रहे। केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त करने के 53 दिन बाद भी यहां जन जीवन अस्त व्यस्त बना हुआ है।

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अधिकारियों ने बताया कि घाटी में बने हालात के कारण छात्र स्कूल नहीं पहुंचे इसलिए कश्मीर में ज्यादातर स्कूलों में कक्षाएं नहीं लगी। अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार स्कूलों को सुचारू रूप से चलाने के पूरे प्रयास कर रही है लेकिन इनका कोई नतीजा नहीं निकल रहा है क्योंकि बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित अभिभावक उन्हें स्कूल नहीं भेज रहे हैं। घाटी के प्रमुख बाजार और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद ही रहे। टीआरसी चौक, लाल चौक के इर्द गिर्द कुछ विक्रेताओं ने अपने स्टॉल जरूर खोले। सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद रहे।

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अधिकारियों ने बताया कि कुछ इलाकों में कैब और ऑटोरिक्शा जरूर चलते नजर आए। निजी कारों की आवाजाही दिखी। संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत प्रदत्त जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के केंद्र के फैसले के बाद से, यानी पांच अगस्त के बाद से घाटी में सामान्य जनजीवन प्रभावित बना हुआ है। सरकार की ओर से लगाई गई पाबंदियों को चरणबद्ध तरीके से हटाया गया है लेकिन बंद की वजह से सामान्य जनजीवन अब भी अस्तव्यस्त है। अधिकारियों का कहना है कि घाटी में कोई पाबंदी नहीं लगी हुई है लेकिन कानून-व्यवस्था को कायम रखने के लिए संवेदनशील इलाको में सुरक्षा बलों की अब भी तैनाती है। उत्तर कश्मीर के हंदवाड़ा और कुपवाड़ा क्षेत्रों को छोड़कर कश्मीर में मोबाइल सेवाएं निलंबित हैं। पूरी घाटी में इंटरनेट सेवा ठप है।


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Vikas kumar

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