अपनी पार्टी की उपराज्यपाल से मांग, कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को जम्मू स्थानांतरित किया जाए
punjabkesari.in Wednesday, Dec 07, 2022 - 02:52 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े समूह ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) द्वारा जारी ‘हिट लिस्ट' पर मंगलवार को चिंता जताई और घाटी में पदस्थ सभी कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को जम्मू स्थानांतरित करने की उपराज्यपाल से मांग की। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े समूह द्वारा ‘हिट लिस्ट' जारी किए जाने के बाद कश्मीरी पंडितों में डर और घबराहट की स्थिति है। कश्मीर घाटी में पदस्थ कश्मीरी पंडितों सहित कई सरकारी कर्मचारी हाल के दिनों में आतंकवादी हमलों के निशाने पर रहे हैं।
टीआरएफ के एक ब्लॉग में 56 कश्मीरी पंडित कर्मचारियों की सूची दी गई है, जिनकी भर्ती प्रधानमंत्री पुनर्वास पैकेज (PMRP) के तहत हुई है। अपनी पार्टी के युवा मोर्चा के महासचिव अभय बकाया ने मंगलवार को ‘सूचनाएं लीक' होने पर चिंता जताई और प्रशासन से इसे रोकने में असफल रहने की अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करने को कहा। बकाया ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘यह सूची जारी होने के बाद कश्मीरी पंडित कर्मचारियों का स्थानांतरण जम्मू करने की मांग पूरी तरह तर्कसंगत है।' उन्होंने कहा, ‘‘सरकारी एजेंसियों को सूचनाएं चोरी होने की इस घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और अब अक्खड़पन बंद कर देना चाहिए।
इस साल कश्मीरी पंडित समुदाय के कई सदस्यों की हत्या हुई है और अन्य लोगों को भी खतरे में डालना अनुचित, अमानवीय और परपीड़ा से संतुष्ट होने जैसा है।'' बकाया ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल से अपील किया कि वह कश्मीरी पंडितों की तैनाती के जगहों के स्थान पर उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता दें और हालात सामान्य होने तक उनका तबादला जम्मू में कर दें। उन्होंने कहा, ‘‘मैं मनोज सिन्हा जी से अपील और अनुरोध करता हूं कि वह इसमें जल्दी हस्तक्षेप करें क्योंकि यह गंभीर चिंता का विषय है और कश्मीरी पंडितों को इन शत्रु बलों के लिए आसान निशाने के रूप में नहीं छोड़ा जा सकता है।'' बकाया ने कहा कि हत्याओं से स्पष्ट है कि सुरक्षा में चूक वास्तविकता है और इस वास्तविकता को स्वीकार करते हुए हमारे समुदाय के सदस्यों को जम्मू स्थानांतरित करने की जरूरत है।