कश्मीर में दोपहर तक खुले बाजार, वाहनों की आवाजाही में इजाफा

Tuesday, Nov 26, 2019 - 07:32 PM (IST)

श्रीनगर: कश्मीर घाटी में मंगलवार को वाहनों की लगभग सामान्य आवाजाही के बीच दुकानदारों ने दोपहर तक दुकानें खोलीं जिनमें लोगों की काफी भीड़ दिखाई दी और इसके साथ ही घाटी में जनजीवन सामान्य होने की ओर लौटता नजर आया। अधिकारियों ने बताया कि दुकानदारों ने सुबह दुकानें खोलीं लेकिन उन्होंने पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा समाप्त करने के आदेश के विरोध में शामिल होने के लिए दोपहर को दुकानें बंद कर दीं। 



अधिकारियों ने बताया कि दोपहर तक खुले बाजारों में लोगों की काफी भीड़ देखी गई। उन्होंने बताया कि आवागमन के अधिकतर साधन सड़कों पर नजर आए जिसके कारण कनेक्टिविटी में सुधार हुआ। केन्द्र सरकार के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाने के निर्णय के करीब तीन महीने बाद कश्मीर घाटी में कई स्थानों पर पिछले कुछ हफ्तों में स्थिति सामान्य होती दिख रही थी, लेकिन दुकानदारों और सार्वजनिक वाहन परिचालकों को धमकी देने वाले पोस्टर लगाए जाने के बाद पिछले बुधवार से बंद दोबारा शुरू हो गया। 



पुलिस ने घाटी में पोस्टर लगाए जाने के मामले का संज्ञान लेते हुए तेजी से कार्रवाई की और कुछ असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया। जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा हटाने और उसे दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की पांच अगस्त की केंद्र की घोषणा के बाद से अभी तक यहां प्री-पेड मोबाइल फोन और सभी इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं।



शीर्ष स्तर एवं दूसरी पंक्ति के अलगाववादी नेताओं को एहतियातन हिरासत में रखा गया है। साथ ही दो पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला एवं महबूबा मुफ्ती समेत मुख्यधारा के नेताओं को या तो हिरासत में रखा गया है या नजरबंद किया गया है। सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं श्रीनगर से मौजूदा लोकसभा सांसद फारुक अब्दुल्ला को अब भी विवादित लोक सुरक्षा अधिनियम के तहत हिरासत में रखा है। इस कानून को 1978 में अब्दुल्ला के पिता एवं नेशनल कांफ्रेंस के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री रहते हुए लागू किया था। 

rajesh kumar

Advertising