सरकार ने विज्ञापन में लोगों से कहा: आतंकियों से डरने की जरूरत नहीं

Friday, Oct 11, 2019 - 05:06 PM (IST)

श्रीनगर: विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद लगाई गई पाबंदी के 68 दिन होने के साथ, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने स्थानीय अखबारों में पूरे पन्ने का विज्ञापन जारी कर लोगों को आतंकियों की धमकियों से नहीं डरने और अपनी सामान्य गतिविधियां बहाल करने को कहा है। कश्मीर के विभिन्न अखबारों में प्रकाशित विज्ञापनों में कहा गया है, च्च्क्या हमें आतंकियों के सामने घुटने टेकना है? पिछले 70 साल से अब तक जम्मू कश्मीर के लोगों को गुमराह किया गया। वे शातिर अभियानों के पीड़ित रहे हैं। निहित स्वार्थों के साथ दुष्प्रचार करते हुए आतंकवाद, हिंसा, बर्बादी गरीबी के अंतहीन चक्र में उन्हें फंसाए रखा गया।


 

जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश में बांटे जाने के फैसले के बाद कश्मीर घाटी में पांच अगस्त के बाद से पाबंदी लागू है। विज्ञापन में सरकार ने रेखांकित किया है कि आम लोगों को अपने बच्चों को हिंसा, पत्थरबाजी और हड़ताल के दलदल में धकेलने के लिए उकसाकर अलगाववादी अपने बच्चों को पढ़ाई, रोजगार और पैसा कमाने के लिए विदेश भेजते हैं।
 

विज्ञापन में कहा गया कि आतंकवादियों का डर दिखाकर और दुष्प्रचार के लिए लोगों को बरगलाया जाता है। आज आतंकवादी उसी प्रकार की चालें अपना रहे हैं । क्या हम इसे बर्दाश्त करते रहेंगे । सरकार ने लोगों से पूछा है कि क्या वे दशकों पुरानी डराने धमकाने की चालों के प्रभाव में आते रहेंगे? सरकार ने कहा कि घाटी की भलाई के लिए कश्मीर के लोगों को ही सोचना है। इसमें कहा गया , यह हमारा घर है। हमें इसकी भलाई और खुशहाली के बारे में सोचना होगा। डर क्यों ? 

Anil dev

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