श्रीनगर में चोटी काटने की घटनाओं का विरोध जारी

Friday, Oct 20, 2017 - 04:41 PM (IST)

श्रीनगर : कश्मीर घाटी में चोटी काटने की घटनाओं के खिलाफ अलगाववादियो की विरोध प्रदर्शन की अपील के मद्देनजर प्रशासन ने किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए कई इलाकों में कफ्र्यू जैसी पाबंदियां लगा रखी हैं। इन पाबंदियों के कारण लगातार तीसरे हफ्ते श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में जुम्मे की नमाज की इजाजत नहीं दी गई। पुलिस ने बताया कि ऐहतियात के तौर पर आपराधिक दंड संहिता की धारा 144 के तहत एम आर गंज, नौहट्टा, खानयार, सफा कदल और रैनावाड़ी के अलावा शहर-ए-खास और पुराने इलाकों में पाबंदियां लगा दी हैं। इसी प्रकार जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट(जेकेएलएफ) के गढ़ मैसूमा और क्रालखुड में आज सुबह से ऐसी ही पाबंदियां लगा दी गईं। प्रशासन की ओर से श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद की ओर जाने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया गया है।

100 से अधिक महिलाओं की चोटी काटने की घटनाएं आई सामने
उल्लेखनीय है कि हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारूख प्रत्येक शुक्रवार को जामिया मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद लोगों को संबोधित करते हैं। हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के दोनों धड़ों के अलावा सभी अलगाववादी संगठनों ने लोगों से शुक्रवार की नमाज के बाद चोटी काटने की घटनाओं के खिलाफ प्रदर्शन करने की अपील की थी। जामिया मस्जिद और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों और राज्य पुलिसबलों को तैनात किया गया है। गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में अब तक लगभग 100 से अधिक महिलाओं की चोटी काटने की घटनाएं सामने आई हैं। इन घटनाओं को लेकर लोगों में काफी डर व्याप्त हो गया है। 

Advertising