हड़ताल के कारण 108वें दिन भी जनजीवन प्रभावित

Monday, Oct 24, 2016 - 04:26 PM (IST)

श्रीनगर : कश्मीर घाटी में सोमवार को अलगाववादियों द्वारा आहूत हड़ताल के कारण लगातार 108वें दिन भी आम जनजीवन प्रभावित रहा। हालांकि, कई इलाकों में स्थिति सामान्य होती नजर आ रही है।


अधिकारी ने बताया कि लोगों के आवागमन पर कश्मीर में कोई पाबंदी नहीं है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए चार से ज्यादा लोगों के एक साथ जुटने पर पाबंदी है। सुरक्षा को देखते हुए सुरक्षा बलों को सडक़ों के आसपास तैनात किया गया है। दुकानें, व्यवसायिक प्रतिष्ठान और पेट्रोल पंप अभी भी बंद हैं। इस अशांति के कारण स्कूल, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थान प्रभावित हो गए हैं और अभी तक बंद हैं।


वहीं, अलगाववादियों द्वारा बुलाए गए बंद पर ध्यान न देते हुए ज्यादातर लोग शहर में अपने काम से बाहर निकल रहे हैं, इस कारण आज शहर के विभिन्न हिस्सों में ट्रैफिक जाम देखा गया।
अधिकारी ने बताया कि निजी गाडिय़ों की लंबी लाइन शहर के रामबागए जवाहर नगर, बेमिना, बटमालू और तंगपोरा बायपास पर देखने को मिला। गए बंद से प्रभावित लोग धीरे-धीरे अपने रोजमर्रा के कामों में लग रहे हैं।


अधिकारी ने बताया कि यातायात के निर्बाध प्रवाह के लिए कुछ चौराहों पर अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिसकर्मी शहर के हिस्सों में तैनात किए गए हैं। सैन्य बलों के साथ हुई मुठभेड़ में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से ही घाटी में अशांति का माहौल चल रहा था। लाल चौक के व्यापारिक प्रतिष्ठान के आसपास सडक़ के रेहड़ी.पटरी लगाने वालों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।


अधिकारी ने बताया कि अब ज्यादातर दुकानदार दुकानें खोल रहे हैं, लोगों की आवाजाही भी बढ़ रही है और यातायात की सुविधा में भी सुधार हो रहा हैण् हालांकि अलगाववादियों के द्वारा बुलाए गए बंद के कारण घाटी के अन्य हिस्सों में अभी भी जनजीवन प्रभावित है।


घाटी में फैली अशांति के कारण अभी तक दो पुलिसकर्मियों सहित 95 लोगों की जानें जा चुकी है और 14  हजार से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं।


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