पिता के उद्देश्यों को पूरा करने में दिक्कत हुई तो कुर्सी छोड़ दूंगी: महबूबा

Sunday, May 29, 2016 - 12:52 AM (IST)

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री तथा अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद के उद्देश्यों को पूरा करने में यदि कुर्सी बाधा बनती है तो वह पद छोडऩे से कभी नहीं हिचकिचाएंगी। सुश्री मुफ्ती ने आज यहां विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुये कहा ‘‘यह कुर्सी मेरी कमजोरी नहीं है। जब तक मुझे लगेगा कि यह मेरी ताकत है, मैं इस कुर्सी पर बनी रहूंगी। यदि मुझे लगा कि यह मेरी कमजोरी बन गई है तो मैं पद छोड़ दूंगी। 

 
विपक्ष की आलोचना को सिरे से खारिज करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पिता का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर को उन मुश्किलों से बाहर निकालने के लिए रास्ते तलाशने का है जिन मुश्किलों में राज्य फंसा हुआ है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाली अनुच्छेद 370 की रक्षा करना इस एजेंडा में शामिल है। 
 
उन्होंने राज्य में शांति बहाली के लिए आत्मनिर्णय की मांग का भी यह कहते हुए बचाव किया यह कोई पाप नहीं है और उनके साझा कार्यक्रम में इसके कई प्रावधानों को शामिल करने पर भाजपा की तरफ अंगुली नहीं उठाई जानी चाहिए। मुफ्ती ने कहा कि राष्ट्रीय योग्यता पात्रता परीक्षा (नीट) से अनुच्छेद 370 पर कोई असर नहीं पड़ेगा। भारतीय चिकित्सा परिषद अधिनियम राज्य में वर्ष 1964 -65 से ही लागू है और राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज इसके तहत आते हैं। 
 
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