गंभीर के बयान को पीडीपी ने बताया गलत, कहा- मारने से नहीं बदलने से होगा काम

Friday, Apr 14, 2017 - 12:58 PM (IST)

श्रीनगर: सीआरपीएफ जवानों के साथ कश्मीरी युवाओं की बदसलूकी के मामले में क्रिकेटर गौतम गंभीर की तल्ख टिप्पणी पर पीडीपी ने प्रतिक्रिया दी है। पीडीपी ने कहा है कि खिलाड़ियों को 'अनुचित' बयान बनाने की बजाय घाटी में युवाओं को बदलने में मदद करनी चाहिए। पीडीपी नेता वाहिद रेहमान पैरा ने कहा कि कश्मीर में क्रिकेट की बहुत लोकप्रियता है। इन क्रिकेटरों को पता नहीं है कि कश्मीर में कितने युवा खिलाड़ी वास्तव में भारतीय क्रिकेट का पालन करते हैं। अगर खिलाड़ियों की कश्मीरी युवाओं की भलाई के लिए आगे आते हैं और क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए कुछ करते हैं तो उन्हें बदलने में मदद मिलेगी। पीडीपी ने कहा कि उन्हें मारने से यह एक बेहतर संदेश होगा। अगर गौतम गंभीर व सचिन तेंदुलकर जैसे क्रिकेटर उचित बयान देंगे तो युवाओं पर भावनात्मक प्रभाव पड़ेगा। ये सितारे, भावनात्मक रूप से एकीकरण में हमारी मदद कर सकते हैं।  

 

क्या कहा था गौतम गंभीर नहीं ?
बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में कश्मीर के कुछ युवक भारतीय जवानों के साथ मारपीट कर रहे थे, उन्हें गालियां दे रहे थे और उनके साथ बदसलूकी करते भी नजर आए। इसके वीडियो में देख कर गंभीर ने ट्विटर पर लिखा है कि भारतीय जवानों को एक चांटा मारने के बदले में 100 जिहादियों को मार देना चाहिए।

 


गंभीर ने लिखा कि भारत विरोधी लोग यह भूल गए हैं कि हमारे झंडे में केसरिया रंग गुस्से का प्रतीक भी है, सफेद रंग जिहादियों के लिए कफन और हरा रंग आंतक के खिलाफ नफरत को दर्शाता है।

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